सीमा कुमारी
नई दिल्ली: इस वर्ष वैशाख मास का शुभारंभ 7 अप्रैल 2023, शुक्रवार से शुरू हो रहा है, जो 5 मई को समाप्त होगा। यह पावन महीना ब्रह्मा और भगवान विष्णु को समर्पित है। शास्त्रों में वैशाख महीने के दौरान किए जाने वाले कई यम-नियम आदि का जिक्र भी किया गया है, यानी 7 अप्रैल से शुरू होकर वैशाख महीने की पूर्णिमा तक ये यम-नियम आदि चलेंगे। ऐसे में वैशाख मास का क्या महत्व है, इस दौरान किन नियमों का पालन करना चाहिए और उन नियमों का पालन करने से आपको कौन-से शुभ फलों की प्राप्ति होगी ये सब आइए जानें जाने-माने ज्योतिष आचार्य इंदु प्रकाश से।
अपने घर की सुख-समृद्धि के लिए वैशाख महीने के दौरान आप भगवान विष्णु को तुलसी पत्र के साथ शहद अर्पित करें और श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ भगवान के अनंत और अच्युत स्वरूप का भी ध्यान करें। ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी।
कहते हैं, बच्चों के साथ अपने रिश्तों को बेहतर बनाए रखने के लिए आपको वैशाख महीने में श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ गोविंद और मधुसूदन का ध्यान करना चाहिए। साथ ही भगवान विष्णु को मेवा के साथ तुलसी पत्र अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से बच्चों के साथ आपके रिश्ते मजबूत होंगे।
आर्थिक स्थिति बेहतर करने के लिए आपको वैशाख महीने के दौरान श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ गोविंद और नारायण का ध्यान करना चाहिए। साथ ही श्री हरि को आटे से बनी पंजीरी में तुलसी दल डालकर भोग लगाना चाहिए। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन बेहतर हो जायेगी।
ज्योतिष आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार, किसी सरकारी काम को बिना अड़चनों के पूरा करने के लिए वैशाख महीने के दौरान श्री विष्णु के माधव स्वरूप के साथ अनंत और श्रीधर का ध्यान करना चाहिए। साथ ही तुलसी पत्र से श्री हरि की पूजा करनी चाहिए। इससे आपका सरकारी काम बिना किसी अड़चन के जल्द से जल्द पूरा होगा।