sarswati pooja
बसंत पंचमी 2024 (फाइल फोटो)

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    -सीमा कुमारी

    हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, ‘बसंत पंचमी’ (Basant Panchami) का त्यौहार माघ मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। जो इस साल 16 फरवरी अगले मंगलवार को है। माना जाता है कि, इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती प्रकट हुईं थीं। इसी उपलक्ष्य में ‘बसंती पंचमी’ का त्यौहार पूरे देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यही कारण है कि बसंत पंचमी (Basant Panchami) के दिन पूरे विधि-विधान से मां सरस्वती की पूजा की जाती है। देवी सरस्‍वती की पूजा में कुछ बातों का विशेष ध्‍यान रखना होता है। ऐसे में यह जरूर जानें कि मां सरस्‍वती को कौन सी चीजें प्रिय हैं और पूजा में उन्‍हें कौन सी चीजें अर्पित की जाएं। साथ ही किन चीजों को पूजा में शामिल किया जाए इसका भी ध्‍यान रखा जाना आवश्यक है।

    मां सरस्‍वती की पूजा में इन चीजों को जरूर शामिल करें..

    • बसंत पंचमी के दिन पीले रंग का ख़ास महत्‍व होता है। इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती को पीले पुष्प, पीले रंग की मिठाई, पीले रंग के वस्त्र और चंदन का तिलक जरूर अर्पित करें। इसे शुभ माना जाता है। इससे वह प्रसन्‍न होती हैं और उनसे ज्ञान का वरदान प्राप्त होता है।
    • विद्यादायिनी देवी सरस्‍वती का दिन होने के कारण ‘बसंत पंचमी’ के दिन पढ़ाई-लिखाई की शुरुआत के लिए अच्‍छा माना जाता है। छोटे बच्चों को इस दिन अक्षर ज्ञान कराया जाता है। और माना जाता है कि इससे वे पढ़ाई में अच्छे होते हैं।
    • ‘बसंत पंचमी’ के दिन मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए उन्हें खीर और मालपुए का भोग भी लगा सकते हैं।
    • सरस्‍वती पूजा में पेन कॉपी आदि शामिल करनी चाहिए। इससे बुद्धि का विकास होता है। मान्‍यता यह भी है कि इस विशेष दिन को देवी सरस्‍वती का सच्चे मन से पूजन करने से विद्या और बुद्धि प्राप्त होती है।