Worship Mother Saraswati in this Muhurat on 'Basant Panchami', you will get the boon of wisdom and knowledge
बसंत पंचमी

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: ‘बसंत पंचमी’ (Basant Panchami) इस साल 26 जनवरी, गुरुवार को मनाया जाएगा। शास्त्रोँ के अनुसार, इस दिन ज्ञान, कला और संगीत की प्रतीक ‘मां सरस्वती’ की पूजा की जाती है। ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, वसंत पंचमी के दिन कुछ  विशेष उपायों को करने से बुद्धि, विद्या और ज्ञान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, जातक को मनचाहा जीवनसाथी भी मिलता है। आइए जानें बसंत पंचमी के दिन करने वाले उपायों के बारे में।

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, कई बार घर में वास्तु-दोष होने के कारण विद्यार्थी को शिक्षा में उचित परिणाम नहीं मिलते हैं। ऐसे में उन्हें बसंत पंचमी के दिन से ही पूर्व, उत्तर या पूर्वोत्तर के दिशा में पढ़ाई करना चाहिए। इस दिशा को ध्यान एवं शांति का केंद्र भी माना जाता है। इस दिशा में पढ़ाई करने से विद्वार्थी का मन एवं मस्तिष्क एकाग्रचित रहता है।

    दाम्पत्य जीवन में प्यार बरकरार रखना चाहते हैं तो बसंत पंचमी के दिन भगवति रति और कामेदव की पूजा करते हुए उन्हें पुष्प अर्पित करने चाहिए।  ज्योतिषियों की मानें तो, जिन छात्रों को पढ़ाई में कई प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है या वह एकाग्रता से नहीं पढ़ पा रहे हैं, उन्हें बसंत पंचमी के दिन ‘ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः’ मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि मंत्र का जाप स्वच्छ आसन पर बैठकर और पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके ही किया जाए।

    कहते हैं, इस दिन विद्यार्थी माता सरस्वती को केसर या पीले चंदन का टीका लगाएं और पीले रंग के वस्त्र जरूर अर्पित करें। साथ ही पूजा स्थल पर किताब और कलम अवश्य रखें। ऐसा करने से मां सरस्वती की कृपा सदैव बनी रहती है और विद्यार्थी को ज्ञान, बुद्धि एवं विवेक का आशीर्वाद मिलता है।

    ‘बसंत पंचमी’ के दिन बच्चे का हाथ पकड़कर काले रंग की स्लेट पर कुछ न कुछ जरूर लिखवाना चाहिए। दरअसल, इस क्रिया को ‘अक्षराम्भ’ कहते हैं। ऐसा करने से पढ़ाई के क्षेत्र में बच्चा शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा करेगा।