नई दिल्ली : कान्हा की लीलाएं हम सब को मोहित करने वाली होती है और उन्ही लीलाओं में से एक है कान्हा का माखन चुराना। इसे हम दही हांडी कहते है। हमारे देश में बाल गोपालं के जन्मदिन के अवसर पर दही हांड़ी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसा कहां जाता है कि भगवान कृष्ण को दही, दूध, माखन बहुत पसंद आते थे और वे बड़े ही शौक से पड़ोसियों के घर से माखन चुकारकर खाते थे।
इस बात से परेशान हुई मां यशोदा ने अपने पड़ोसियों को सलाह दी कि वे दही, माखन की हांड़ी अपने घर की ऊंचाई पर बांध के रखे। लेकिन नटखट कान्हा हार कहां मानने वाले थे, कान्हा अपने मित्रो की मदद से मानव चैन बनाकर रोज पड़ोसियों के घर का माखन चुराकर खाते थे। इसलिए कृष्णजन्माष्टमी पर हम दही हांड़ी का उत्सव मनाते है।आज दही हांडी के इस जश्न के अवसर पर हम आपके लिए बधाई संदेश लेकर आएं है….
नटखट माखन चोर,
यशोदा मैया का दुलारा..
माखन चुराने और मटकी फोड़ने,
देखो कृष्ण-कन्हैया आया है..
दही हांडी की शुभकामनाएं..
प्रेम से कृष्ण का नाम जपो,
दिल की हर इच्छा पूरी होगी..
कृष्ण की आराधना में तल्लीन हो जाओ,
उनकी महिमा, जीवन खुशहाल कर देगी..
दही हांडी की शुभकामनाएं..
कृष्णा तेरी गलियों का जो आनंद है,
वो दुनिया के किसी कोने में नहीं ..
जो मजा तेरी वृंदावन की रज में है,
मैंने पाया किसी बिछौने में नहीं ..
दही हांडी की शुभकामनाएं..
मेरा आपकी कृपा से, सब काम हो रहा है,
करते हो तुम कन्हैया, मेरा नाम हो रहा है..
पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है,
बस होता रहे हमेशा, जो कुछ भी हो रहा है..
दही हांडी की शुभकामनाएं..
इन खास दही हांड़ी के संदेशों के जरिये सबको बधाई दें।