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    -सीमा कुमारी

    इस साल नवरात्रि की नवमी 4 अक्टूबर, मंगलवार को है। कई लोग नवरात्र पर्व की नवमी तिथि को कन्या पूजन करके 9 दिनों से चले आ रहे व्रत का पारण करते हैं। अगर आप भी नवमी तिथि पर हवन पूजन करने के साथ कन्या पूजन करने वाले हैं तो इस विधि से करें…  

    कन्या पूजन की विधि

    कंजक खिलाने वाले दिन से ठीक एक दिन पहले 2 से 10 साल तक की कन्याओं को आमंत्रण दे दें। आप 1 से लेकर 11 कन्याओं के बीच की संख्या में बुला सकते हैं। इसके साथ ही एक बालक को भी आमंत्रित कर दें। अष्टमी या नवमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों ने निवृत्त होकर स्नान कर लें। इसके बाद साफ वस्त्र पहनकर मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा करें। 

    इसके बाद कन्याओं के लिए भोजन तैयार कर लें। फिर कन्याओं को बुला लें। कन्याओं के आने पर एक बड़ी थाली में पानी और थोड़ा सा दूध मिला लें और इससे कन्याओं और बालक के पैर धो दें और फिर साफ कपड़े से पोंछ दें। फिर उन्हें साफ जगह पर आसन बिछाकर बैठा दें।

    कन्या पूजन के दौरान कन्याओं को कई प्रकार के पकवान परोसे जाते हैं। कन्या पूजन के लिए हलवा, चना, खीर, पूड़ी के अलावा आप चाहे तो साबुदाना की टिक्की, फ्रूट चाट आदि भी खिला सकते हैं।

    कन्या पूजन में क्या देना चाहिए

    कन्याओं को भोजन कराने के बाद उन्हें दक्षिणा के साथ कुछ न कुछ भेंट अवश्य देना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन कन्याओं को खुश करने से देवी मां भी प्रसन्न रहती हैं और आपके ऊपर हमेशा कृपा बनी रहती हैं। इसलिए आप कन्याओं को लाल रंग के वस्त्र, पढ़ाई से संबंधित चीजें, नारियल, चावल, मौसमी फल, अनाज आदि दे सकते हैं।