sarswati pooja
बसंत पंचमी 2024 (फाइल फोटो)

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    -सीमा कुमारी

    हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ‘वसंत पंचमी'(Vasant Panchami) का पावन त्योहार मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान की देवी कही जाने वाले ‘मां सरस्वती’ (Maa Saraswati) की आराधना की जाती है। इस दिन पूरे विधि-विधान से मां सरस्वती की पूजा करने से शुभ फल मिलते हैं।

    खासतौर, पर यह दिन विद्यार्थियों (Students) के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस बार  ‘वसंत पंचमी’ (Vasant Panchami) 5 फरवरी को शनिवार के दिन मनाई जाएगी। अगर आप भी विद्यार्थी हैं या किसी विशेष परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से काफी लाभ हो सकता है। आइए जानें उन उपायों के बारे में –

    ज्योतिष-शास्त्र के मुताबिक, अगर आपके बच्‍चों का मन पढ़ाई-लिखाई में नहीं लगता है तो ‘वसंत पंचमी’ (Vasant Panchami) के दिन मां सरस्वती का चित्र अपने कमरे में लगाएं और हरे रंग का फल अर्पित करें।

    अगर आप किसी उच्‍च शिक्षा या फिर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो ‘वसंत पंचमी’ के दिन मां सरस्वती की पूजा के समय अपनी किताबों की भी पूजा करें और ब्राह्मण को वेद-शास्त्र दान करें। ऐसा करने से उसके सफल होने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।

    ज्योतिषियों का मानना है कि, अगर बच्चे की एकाग्रता बढ़ानी है तो ‘वसंत पंचमी’ (Vasant Panchami) के दिन माता सरस्वती के पूजन के बाद उसे छहमुखी रुद्राक्ष धारण करवाएं। पूजा के बाद बच्चे की स्टडी टेबल पर माता सरस्वती की तस्वीर स्थापित करें और बच्चे से कहें कि पढ़ाई से पहले नियमित रूप से माता को प्रणाम करना है। ऐसा रोजाना करने से मां सरस्वती का आशीर्वाद मिलेगा और एकाग्रता भी बढ़ेगी।

    जिन बच्‍चों के माता-पिता अपने बच्‍चों का इस साल स्‍कूल में दाखिला करवाने के बारे में सोच रहे हैं, उन्‍हें बच्‍चे की पहली कक्षा ‘वसंत पंचमी’ (Vasant Panchami) के दिन से आरंभ कर दे देनी चाहिए। इसके लिए बच्‍चे के हाथ से एक कॉपी पर लाल रंग की स्‍याही या फिर रोली से  ‘ऊं ऐं’ मंत्र लिखवाएं। इस दिन से बच्‍चे की शिक्षा का आरंभ माना जाएगा और उसका दिमाग भी तेज बनेगा।