File Photo
File Photo

    Loading

    -सीमा कुमारी

    रोशनी का त्योहार ‘दीपावली’ महोत्सव धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलता है। यह त्योहार आमतौर पर पांच दिनों तक चलता है। इन 5 दिनों के त्योहारों में पहले दिन आयुर्वेद और औषधियों के देवता धनवंतरि की पूजा की जाती है। दूसरे दिन यानी चतुर्दशी तिथि पर धर्मराज यम की पूजा और दीपदान किया जाता है।

    इसके अगले दिन यानी कार्तिक माह की अमावस्या पर लक्ष्मीजी की पूजा के साथ दीपावली मनाई जाती है। दिवाली के दूसरे दिन यानी प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा होती है। इसके अगले दिन यानी द्वितिया को भाई-दूज के त्योहार के साथ ही दीपावली महोत्सव पूरा हो जाता है। चलिए जानें महापर्व दीपावली की शुरूआत और अंत में पड़ने वाले पांच अलग-अलग त्योहारों के शुभ मुहूर्त।  

    धनतेरस का शुभ मुहूर्त

    महापर्व दीपावली की शुरूआत ‘धनतेरस’ से होती है। इस साल यह पावन पर्व 02 नवंबर, मंगलवार को मनाया जाएगा। धनतेरस का शुभ मुहूर्त शाम 6 बजकर 18 मिनट से 8 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।

    नरक चतुर्दशी का शुभ मुहर्त

    दीपावली महापर्व का यह दूसरा दिन होता है जिसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। यह पर्व इस साल 03 नवंबर 2021 को मनाया जाएगा। त्रयोदशी तिथि सुबह 09 बजकर 02 मिनट तक रहेगी इसके बाद चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होकर 4 नवंबर 2021 प्रात: 06 बजकर 03 मिनट तक रहेगी। इसीलिए अभ्यंग स्नान समय 4 नवंबर सुबह  6 बजकर 6 मिनट से 6 बजकर 34 मिनट तक रहेगा।

    दिवाली का पावन पर्व इस साल 04 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी, ऋद्धि-सिद्धि के देवता गणपति, धन के देवता कुबेर के साथ महाकाली की पूजा का विधान है।

    लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त  

    अमावस्या तिथि- देर रात 2 बजकर 44 मिनट तक अमावस्या तिथि रहेगी। उसके बाद प्रतिपदा तिथि लग जाएगी।

    चित्रा नक्षत्र-  4 नवंबर सुबह 7 बजकर 42 मिनट तक चित्रा नक्षत्र रहेगा। उसके बाद स्वाती नक्षत्र लग जायेगा जो 5 नवंबर सुबह 5 बजकर 7 मिनट तक रहेगा । प्रीति योग- सुबह 11 बजकर 9 मिनट तक रहेगा।

    आयुष्मान योग- 4 नवबर सुबह 11 बजकर 10 मिनट से 5 नवंबर सुबह 11 बजकर 7 मिनट तक

    प्रदोष काल- शाम 5 बजकर 34 मिनट से 7 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। इस दौरान अमृत और चर की चौघडियां मिलेगी।

    गोवर्धन पूजा

    दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा का पावन पर्व मनाया जाता है। इस साल गोवर्धन पूजा का पर्व 05 नवंबर 2021 को पड़ेगा।  कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 5 नवंबर रात 11 बजकर 14 मिनट तक रहेगी।

    भाई दूज

    गोवर्धन पूजा के अगले दिन भैयादूज का पर्व मनाया जाता है। इस साल भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाने वाला यह पावन पर्व 06 नवंबर 2021 को मनाया जाएगा।  भाई दूज की पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से 3 बजकर 22 मिनट तक मुहूर्त भाइयों को टीका करने के लिए सबसे शुभ है।