Dev Deepawali
देव दीपोत्सव

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    नई दिल्ली: हर साल दिवाली का यह पावन त्यौहार कई सारी खुशियां अपने साथ ले आता है। दिवाली के एक दिन पहले छोटी दिवाली मनाई जाती है। इसे नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता अनुसार इस दिन घर में यमराज की पूजा की जाती है। छोटी दिवाली के दिन घर में दीपक जलाएं जाते है और फिर उस दीपक को लेकर घूमने के बाद घर के मुख्य द्वार पर रखा जाता है। इस दीपक को यम का दीपक कहते है।

    मान्यता है कि छोटी दीवाली के दिन यमराज के लिए तेल का दीपक अकाल मृत्यु टल जाती है। इतना ही नहीं बल्कि छोटी दिवाली को छोटी दिवाली को सौन्दर्य प्राप्ति और आयु प्राप्ति का दिन भी माना जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की उपासना भी की जाती है, क्योंकि इसी दिन उन्होंने नरकासुर का वध किया था। आज छोटी दीपावली के पावन पर्व पर हम आपको कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कार्य बता रहे है जिसे करके आप छोटी दीवाली पर सुख समृद्धि प्राप्त कर सकते है। आइये जानते है…. 

    1. चांद की रोशनी में करें स्नान

    आपको बता दें कि छोटी दिवाली के दिन सुबह या शाम को चांद की रोशनी में जल से स्नान करना चाहिए। ध्यान रखें पानी गर्म न हो, ताजा या शीतल जल ही होना चाहिए। ऐसा करने से न केवल अद्भुत सौन्दर्य और रूप की प्राप्ति होती है, बल्कि स्वास्थ्य की तमाम समस्याएं भी दूर होती हैं और आप सेहतमंद शरीर पाते है। इतना ही नहीं बल्कि इस दिन दीपदान भी अवश्य करना चाहिए। शाम के समय घर की दहलीज पर दीप जलाएं और यम देव की पूजा करें। बता दें की छोटी दिवाली या नरक चौदस के दिन भगवान हनुमान की भी पूजा करें। 

    2. लंबी उम्र के लिए करें ये काम 

    नरक चतुर्दशी पर मुख्य दीपक लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए जलाया जाता है। दरअसल इसको यम देवता के लिए दीपदान कहते हैं। घर के मुख्य द्वार के बाएं ओर अनाज की ढेरी रखें। इस पर सरसों के तेल का एक मुखी दीपक जलाएं। दीपक का मुख दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। अब वहां पुष्प और जल चढ़ाकर लम्बी आयु और अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करें। 

    3. नरक से मिलती है मुक्ति

    दरसल मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि नरक चतुर्दशी पर सुबह तेल लगाकर चिचड़ी की पत्तियां (चिचड़ी- चमत्कारी पौधा) पानी में डालकर स्नान करने से नरक से मुक्ति मिलती है। इस मौके पर दरिद्रता जा लक्ष्मी आ’ ऐसा कह कर घर की महिलाएं घर से गंदगी को बाहर निकालती हैं।