बिना तिलक लगाए क्यों नहीं करनी चाहिए पूजा? अवश्य जानें

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    -सीमा कुमारी 

    सनातन हिंदू धर्म में माथे पर ‘तिलक’ लगाने की एक विशेष परंपरा है। जब कोई व्यक्ति शुभ काम के लिए प्रस्थान करता है तो उसके माथे पर तिलक अवश्य लगाया जाता है। क्योंकि, कोई भी पूजा या धार्मिक अनुष्ठान तिलक के बिना संपन्न नहीं माना जाता है। हिंदू संस्कृति में तिलक का महत्वपूर्ण स्थान है। तिलक मंगल और शुभता का प्रतीक है।

    मान्यता है कि तिलक लगाने से समाज में मस्तिष्क हमेशा गर्व से ऊंचा होता है। पुराणों के मुताबिक, संगम तट पर गंगा स्नान के बाद तिलक लगाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि, स्नान करने के बाद पंडितों द्वारा विशेष तिलक अपने  भक्तों को लगाया जाता है। माथे पर तिलक लगाने के पीछे आध्यात्मिक महत्व भी है।

    ज्योतिषों के अनुसार, ‘तिलक’ के कई आध्यात्मिक और धार्मिक मायने भी हैं। इसके अलावा तिलक लगाने के कुछ फायदे भी हैं। मान्यता के मुताबिक, बिना तिलक लगाए की गई पूजा अधूरी मानी जाती है। इसी वजह से हमारी हिन्दू परंपरा में तिलक लगाने का विधान है। आइए जानें तिलक लगाने के फायदों के बारे में-

    • मान्यताओं के मुताबिक, सूने मस्तक (forehead) को शुभ नहीं माना जाता। माथे पर चंदन, रोली, कुमकुम, सिंदूर या भस्म का तिलक लगाया जाता है। तिलक हिंदू संस्कृति में एक पहचान चिन्ह का भी काम करता है। ऐसे में तिलक लगाने की केवल धार्मिक मान्यता नहीं है, बल्कि इसके कई वैज्ञानिक कारण भी हैं।
    • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, माथे पर चंदन का तिलक लगाने से मन शीतल रहता है। ‘तिलक’ लगाने से मन में एकाग्रता बढ़ती है और व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक विचार आते हैं।
    • हिंदू धर्म में कुमकुम को बहुत ही पवित्र माना जाता है। महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए माथे पर कुंकुम लगाती हैं।
    • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, माथे पर सिंदूर का तिलक लगाने से देवी की विशेष कृपा प्राप्‍त होती है। आप चाहें तो शुक्रवार के दिन लाल सिंदूर का तिलक मां लक्ष्‍मी को चढ़ाने के साथ ही अपने माथे पर लगाएं। इससे आपका तनाव कम हो साथ ही आपको मां लक्ष्‍मी की कृपा भी प्राप्‍त होगी। इसके अलावा आपके घर में सुख समृद्धि आती है और भौतिक सुख-सुविधाओं में भी वृद्धि होती है।
    • माथे पर नियमित रूप से तिलक लगाने से मस्तक में तरावट आती है। लोग शांति और सुकून का अनुभव करते हैं। यह कई तरह की मानसिक बीमारियों से भी बचाता है।