Kartik Purnima 2023
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    -सीमा कुमारी

    इस साल ‘कार्तिक पूर्णिमा’ का उत्सव 19 नवंबर दिन शुक्रवार को मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में ‘कार्तिक पूर्णिमा’ को बहुत शुभ माना जाता है।ज्योतिष-शास्त्र के मुताबिक, कार्तिक पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष उपाय करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और भक्तों की  सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।आइए जानें इस बारे में –

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, तुलसी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। कार्तिक महीने में तुलसी जी का पूजन किया जाता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के समीप दीप जला कर, उनके जड़ की मिट्टी का तिलक लगाना चाहिए। ऐसा करने से हर कार्य में सफलता मिलती है।

    मान्यताओं के अनुसार, देव दीपावली को अगर गंगा मां के किनारे दिया जलाते हैं, तो मां की कृपा प्राप्त होती है। इसलिए इस खास दिन पर दीपदान का खास महत्व है। नदी, तालाब आदि जगहों पर दीपदान करने से सभी तरह के संकट समाप्त हो जाते हैं। इतना ही नहीं, सिर चढ़े हुए कर्ज से भी मुक्ति मिलती है।

    इसके साथ ही, कार्तिक पूर्णिमा को घर के मुख्यद्वार पर आम के पत्तों का बना हुई तोरण अवश्य बांधे और घर की मुख्य जगहों पर दीए भी जलाएं।

    कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा-यमुना में कुशा स्नान करने का विशेष महत्व है। इस दिन हाथ में कुशा लेकर पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए तथा स्नान के बाद दान जरूर करें। ऐसा करने से सभी तरह के रोगों से मुक्ति मिलती है और घर में सौभाग्य का आगमन होता है।

    ज्योतिषियों का मानना है कि, ‘कार्तिक पूर्णिमा’ के दिन त्रिपुरारी शिव का पूजन भी किया जाता है। इस दिन शिव लिंग पर दूध, दही, धी,शहद और गंगा जल का पंचामृत चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकानाएं पूरी करते हैं।