मकर संक्रांति के दिन इस विशेष योग में करें सूर्यदेव की पूजा, यश और धन दोनों की हो सकती है बरसात

    Loading

    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: ‘मकर संक्रांति’ (Makar Sankranti) हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है। इसे देशभर में अलग-अलग नामों के साथ मनाया जाता  है। इस पर्व को उत्तरायण का पर्व भी कहा जाता है। इस दिन स्नान-दान के साथ भगवान सूर्य की पूजा करने का भी विशेष विधान है। माना जाता है कि इस दिन सूर्यदेव की पूजा करने से व्यक्ति को हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। इसके साथ ही समाज में मान-सम्मान बढ़ता हैं,और हर क्षेत्र में सफलता भी मिलती है। आइए जानें मकर संक्रांति के दिन कैसे करें सूर्यदेव की पूजा।

    ऐसे करें सूर्यदेव की पूजा

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य शनिदेव की राशि मकर में प्रवेश करते हैं। इसलिए इस दिन सूर्यदेव के साथ शनिदेव की पूजा जरूर करनी चाहिए। मकर संक्रांति के दिन सुबह उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान आदि करके साथ सुथरे वस्त्र धारण कर लें। इसके बाद एक तांबे के लोटे में जल भर लें और उसमें थोड़ा सा सिंदूर, अक्षत और लाल फूल डालकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दें। इसके साथ ही मकर संक्रांति के अवसर पर भगवान सूर्य को गुड़, तिल, खिचड़ी आदि का भोग लगाएं। इसके साथ विधिवत आरती कर लें।

    इन मंत्रों का करें जाप

    मकर संक्रांति के खास मौके पर सूर्यदेव की पूजा करने के साथ इन मंत्रों का जाप करना चाहिए।

    ॐ घृ‍णिं सूर्य्य: आदित्य:

    ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणाय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।

    ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।

    ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ ।

    ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः।