(Image-Twitter-@Rainmaker1973)
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    नई दिल्ली: इन दिनों त्यौहार शुरू हो चुके है ऐसे में छुट्टियों के ज्यादा अवसर मिलते है, तो अगर आप इन छुट्टियों में कहीं घूमने जाने का सोच रहे है तो आज हम भारत की एक बेहद खूबसूरत जगह आपके लिए लेकर आएं है। ये जगह ने केवल बेहद आकर्षक है बल्कि इस जगह का इतिहास भी बेहद रोचक है, तो चलिए जानते है भारत के मशहूर पर्यटन स्थलों में से एक लोनार झील के बारे में… 

    52 हजार साल पहले बनी झील

    इन छुट्टियों के दिनों में आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ लोनार झील की सैर कर सकते हैं, आपको बता दें कि ये झील करीब 52 हजार साल पहले उल्कापिंड गिरने से बनी थी, इतना ही नहीं बल्कि यह झील इतनी सुंदर है कि इसे देखते ही पर्यटक इस झील के दीवाने हो जाते है। इसके आलावा भी इस झील से बनी और भी कहीं खास बातें है जो आज हम आपको बताने जा रहे है। 

    पुरे देश से आते है पर्यटक

    आपको बता दें कि लोनार झील को देखने के लिए देशभर से पर्यटक आते हैं। प्राकृतिक सुंदर से परिपूर्ण यह झील महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में स्थित है। जी हां लोनार झील मुंबई से करीब 483 किमी और औरंगाबाद शहर से 148 किमी की दूरी पर है। इस झील की ऊंचाई करीब 1850 फीट है। इस झील का निर्माण प्लेइस्टोसिन युग में उल्कापिंड गिरने से हुआ था। बाद में यह गड्ढानुमा झील में तब्दील हो गई। इस झील का व्यास लगभग 4000 फीट है और गहराई लगभग 450 फीट है। इसे देखना वास्तव में बेहद अच्छा अनुभव है।

    (Image-Twitter-@IndEmbMoscow)

    ब्रिटिश अधिकारी ने की थी इस झील की खोज

    जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस खूबसूरत झील की खोज एक ब्रिटिश अधिकारी ने की थी। बता दें कि यह अंडाकार झील पृथ्वी पर एक धूमकेतु के टकराने से बनी थी। इस झील को लेकर कहा जाता है कि कई पौराणिक ग्रंथों में भी इसका जिक्र मिलता है। जी हां ऋग्वेद और स्कंद पुराण में इस झील का जिक्र मिलने की बात कही जाती है। इसके बारे में कहा जाता है कि पद्म पुराण और आईन-ए-अकबरी में भी लोनार झील का जिक्र किया गया है, इस झील का इतिहास बेहद खास और रोचक है।

     

    बदला था पानी का रंग

    इतना ही नहीं बल्कि कुछ साल पहले पानी के रंग बदलने की वजह से भी यह लोनार झील सुर्ख़ियों में आई थी। बता दें कि उस वक्त इस झील का पानी लाल हो गया था जिसे लोग चमत्कार मान रहे थे, हालांकि बाद में वैज्ञानिकों के शोध में पता चला कि यहां के पानी में हालोआर्चिया नामक जीवाणु बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जिस कारण इसका पानी लाल हुआ है, तो अगर आप भी घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो कई खास कहानियों से भरी खूबसूरत लोनार झील  देखने जा सकते है।