
नई दिल्ली: सालों बाद किसी गांव को किसी तरह की सुविधा मिलना वास्तव में उन गांव वासियों के लिए बेहद खुशखबरी है। ऐसे में अब भारत के उत्तर-पूर्व में स्थित नागालैंड (Nagaland) को पूरे 119 साल के बाद दूसरा रेलवे स्टेशन मिला है। आपको बता दें कि यहां साल 1903 में पहला रेलवे स्टेशन खुला था। जी हां और यह पहला रेलवे स्टेशन दीमापुर रेलवे स्टेशन के नाम से मशहूर है। अब हाल ही में सूबे के शोखुवी (Shokhuvi) में दूसरा रेलवे स्टेशन खुला है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि नागालैंड भारत का सबसे छोटा राज्य है।
देश का सबसे छोटा राज्य
दरअसल इस सूबे की स्थापना आजादी के बाद 1 दिसंबर 1963 को हुई थी। उस वक्त यह भारत का 16वां राज्य बना था। बता दें कि नागालैंड की राजधानी कोहिमा है। इस सूबे के पूर्व में म्यांमार,पश्चिम में असम, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश और दक्षिण में मणिपुर है, जो प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण है। तो आइए जानते है नागालैंड के इस गांव के बारे में..
Strengthening Northeast Connectivity! Nagaland on Friday got its second railway station after a gap of more than 100 years with the commissioning of a new facility at Shokhuvi. Dimapur Railway Station, in the heart of the commercial hub of the state, was inaugurated in 1903. pic.twitter.com/JHRN4qUgWS
— PRO Shillong, Ministry of Defence (@proshillong) August 27, 2022
मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो रेलवे को दिखाई हरी झंडी
हाल ही में सूबे के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने शोखुवी रेलवे स्टेशन से डोनी पोलो एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने इस दिन को ऐतिहासिक बताते हुए इसे सूबे के लिए “रेड लेटर डे” बताया। उन्होंने नागालैंड के सपने को साकार करने के लिए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अधिकारियों, इंजीनियरों और कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि शोखुवी स्टेशन द्वारा प्रदान की जाने वाली यात्री सेवा और माल स्टेशन राज्य की जरूरतों को पूरा करेगा, यह आश्वासन दिया। रेलवे परिवहन का दूसरा सबसे सस्ता साधन है और इसलिए यह हमारे राज्य और हमारी अर्थव्यवस्था का चेहरा बदल देगा
सिर्फ इतनी है लोकसंख्या
जानकारी के लिए आपको बता दें कि जहां यह दूसरा रेलवे स्टेशन खुला है वह छोटा-सा शोखुवी गांव है। साल 2011 की जनगणना के अनुसार, शोखुवी गांव की जनसंख्या 3,526 है, जिसमें पुरुष जनसंख्या 2,573 है जबकि महिला जनसंख्या 953 है, और बात करें साक्षरता की तो यहां की साक्षरता दर 81.51 फीसदी है जिसमें से 87.06 फीसदी पुरुष और 66.53 फीसदी महिलाएं साक्षर हैं। बता दें कि शोखुवी गांव में करीब 558 घर हैं। यह जिला मुख्यालय दीमापुर से 25 किमी दूर स्थित है। जो बेहद अच्छा है।