Goddess Lakshmi , Vastu Jyotish
माता लक्ष्मी

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    -सीमा कुमारी

    सावन पूर्णिमा साल की अन्य पूर्णिमा तिथियों में सबसे अधिक फलदायी मानी गई है। इस साल सावन पूर्णिमा (Shravan Purnima) 11 अगस्त, गुरुवार को मनाई जाएगी। शास्त्रों में इस दिन को काफी शुभ माना जाता है। क्योंकि, इस दिन कुछ विशेष उपाय कर मां लक्ष्मी की असीम कृपा पाई जा सकती है। आइए जानें सावन पूर्णिमा के दिन किए गए उपायों के बारे में-

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, पीपल के पेड़ में मां लक्ष्मी और विष्णु जी का वास होता है। सावन पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ विधिवत पूजा करें और मीठे का भोग लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से धन लाभ का योग बनता है।

    सावन पूर्णिमा के दिन गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान-दक्षिणा दें। इस दिन ब्राह्मण भोज भी कराना शुभ होता है। कहा जाता है कि सावन पूर्णिमा के दिन चंद्रदेव अपनी पूर्ण कलाओं से युक्त होते हैं। यही कारण है कि, इस दिन किए गए पूजा-पाठ और दान-दक्षिणा से चंद्रदेव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को चंद्रदोष से मुक्ति मिलती है।

    आर्थिक तंगी से मुक्ति पाने के लिए सावन पूर्णिमा पर लाल चंदन से दक्षिणावर्ती शंख पर ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः मंत्र लिखें और घर के मंदिर में स्थापित करें। मां लक्ष्मी का ये मंत्र संपत्ति और सौभाग्य प्रदान करने वाला माना जाता है।

    कहते है कि, सावन पूर्णिमा के दिन एकाक्षी नारियल, व्यापार वृद्धि यंत्र, कुबेर यंत्र, घर के मंदिर में स्थापित करने से मां लक्ष्मी मेहरबान होती है। धन के भंडार भरे रहते हैं।

    ज्योतिषियों का मानना है कि, सावन पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है, लेकिन सबसे पहले इस दिन भगवान को रक्षासूक्ष अर्पित करना चाहिए। आप भगवान विष्णु, भगवान शिव, हनुमान जी, भगवान गणेश और माता लक्ष्मी को रक्षासूत्र चढ़ाएं। इसके बाद आप स्वयं यह रक्षासूत्र अपनी कलाई पर बांधें। इसके उपरांत भाई को राखी बांधें। इससे भगवान का आशीर्वाद आप पर सदैव बना रहेगा और आप हर तरह के संकंट से मुक्त रहेंगे।