Photo: Koo
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    भारत में हस्तरेखा विज्ञान को काफी मान्यता दी जाती है। माना जाता है कि हथेली पर बनी रेखाएँ और चिह्न ब्रह्मा जी के लेख हैं। मान्यता है कि इन रेखाओं और चिह्नों को ब्रह्मा जी व्यक्ति की हथेली पर इसलिए लिखकर भेजते हैं, ताकि व्यक्ति को जीवन भर उनके कर्मों के अनुसार उचित फल दे सकें। इनमें कुछ चिह्न ऐसे होते हैं, जो पूर्व जन्म के पुण्य कर्मों के प्रभाव से इस जन्म में हमारी हथेली पर मौजूद होते हैं। आज जिस निशान के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, अगर आपकी हथेली में भी यह चिह्न है तो आप मुकद्दर के सिकंदर से कम नहीं होंगे।

    इन चिह्नों के प्रभाव से ही व्यक्ति वर्तमान जीवन में धनवान और प्रसिद्ध होता है। रेखाओं के साथ ही अंगुलियों और हथेली की बनावट का भी अध्ययन किया जाता है। अँगूठा भी स्वभाव और भविष्य से जुड़ी कई बातें बता सकता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार अंगूठे पर मौजूद यव या जौ का निशान बड़े फायदों को दर्शाता है। ऐसे व्यक्ति नीतिवान और विद्वान होते हैं। जिस व्यक्ति के अंगूठे के मूल में यव का निशान होता है वह धनवान, यशस्वी और सुखमय जीवन जीने वाला होता है। ऐसा कहना है ज्योतिषी, हस्तरेखाविद् राजीव द हीलर का, जिन्होंने स्वदेशी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, कू ऐप के अपने हैंडल के माध्यम से एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा है:

    अँगूठे पर यव का चिह्न

    हाथों में दिखाई देने वाली रेखाएँ और हमारे भविष्य का गहरा संबंध है। ऐसे में जिस जातक के अँगूठे के मध्य में यव का चिह्न हो, उन्हें बहुत ही भाग्यशाली माना जाता है। ऐसे व्यक्ति न सिर्फ अपने कुल का नाम रोशन करते है, बल्कि सुख-सुविधाओं से संपन्न जीवन जीते हैं। साथ ही ये व्यवहार कुशल और शिष्टाचारी होने के साथ ही धनवान होते हैं। कहा जाता है कि यह चिह्न पूर्वजन्म के अच्छे कर्मों से ही किसी व्यक्ति की हथेली में आता है।

    ऐसे व्यक्ति समाज में खूब प्रतिष्ठा प्राप्त करते हैं। जिन लोगों की हथेली में यह चिह्न होता है, उन्हें लेकर यह अनुमान लगाया जाता है कि या तो वे जन्म से ही धनवान होंगे या फिर अपनी मेहनत से खूब धन अर्जित करेंगे, क्योंकि ऐसे व्यक्तियों का भाग्य हमेशा उनके साथ-साथ चलता है। ऐसे जातक कहीं भी हों, अपने क्षेत्र में सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचने में सफलता हासिल करते हैं।