This is how Kheer is made in the offerings of Chhath Puja, read the recipe

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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: आस्था का महापर्व ‘छठ’ (Chhath Puja 2023) पर्व का नाम सुनते ही खासकर, बिहारवासियों के मन में एक अलग ही चमक आ जाती है। छठ महापर्व हिंदू धर्म का सबसे कठिन व्रत माना जाता है। क्योंकि,यह पर्व नहाय खाय से शुरू होकर पूरे चार दिनों तक चलता है। छठ महापर्व में अर्घ्य का काफी महत्व माना गया है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, छठ पर्व के दिन सूर्य भगवान को अर्घ्य देने से शरीर से सभी तरह की बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। छठ महापर्व प्रकृति को समर्पित होता है। छठ पर्व में चढ़ाए जाने वाला प्रसाद का बहुत ही खास महत्व होता है। छठ पूजा के लिए घरों में विभिन्न प्रकार के प्रसाद बनाए जाते हैं। छठ पर्व का मुख्य प्रसाद ठेकुआ और मीठी पूड़ी है। आइए जानें छठ पूजा का प्रसाद तैयार करते वक्त किन  बातों को विशेष ध्यान रखना चाहिए।

ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, छठ पूजा का प्रसाद बनने में इसकी शुद्धता और पवित्रता का पूरा-पूरा ख्याल रखा जाता है। ऐसे में छठ पूजा का प्रसाद तैयार करते वक्त लहसुन-प्याज का इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि छठी मैया का प्रसाद बेहद पवित्र, शुद्ध और घी में बना होना चाहिए। आप चाहें तो सरसों तेल या रिफाइंड ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। वैसे इसके लिए घी का इस्तेमाल सर्वोत्तम माना जाता है।

छठ पूजा का प्रसाद बनाने से पहले स्नान करना नहीं भूलना चाहिए। कहा जाता है कि इस दिन प्रसाद बनाने से पहले स्नान कर लेना चाहिए और फिर उसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करके पूजा घर में जाना चाहिए चाहे खीर बनाना हो या फिर ठेकुआ।

छठ पूजा में ठेकुआ के प्रसाद का खास महत्व है। इस पकवान को बनाने के लिए गुड़ का ही इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि गुड़ को शुद्ध माना गया है।

ज्योतिषियों की मानें तो छठ पूजा का प्रसाद तैयार करने से पहले हाथ और पैर को अच्छे से धोना चाहिए। इसके बाद गंगाजल से शुद्ध होकर प्रसाद तैयार करना चाहिए। दरअसल छठ पर्व पवित्रता का भी प्रतीक माना गया है।

छठ व्रत के दिन खाना बनाने के लिए साधारण नमक की जगह केवल सेंधा नमक का ही उपयोग करना चाहिए। ध्यान रहे, प्रसाद का खाना बनाते वक्त नमक से बनी किसी भी वस्तु को हाथ न लगाएं।