साल 2023 का दूसरा और अंतिम सूर्यग्रहण इस दिन, जानिए ग्रहण का समय और किन-किन देशों में दिखेगा यह सूर्यग्रहण

Loading

सीमा कुमारी

नई दिल्ली: सनातन धर्म में ग्रहण को अशुभ माना गया है। साल 2023 में अब तक एक सूर्य ग्रहण और एक चंद्र ग्रहण लग चुका है। साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगा था, जबकि पहला चंद्र ग्रहण पिछले हफ्ते ही 5 मई को लगा था। पंंचांग के अनुसार, यह दोनों ही ग्रहण भारत में दृश्यमान नहीं हुए थे।

ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ कार्य वर्जित होते हैं। साथ ही ग्रहण लगने से कुछ समय पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता हैं। साल 2023 में कुल 4 सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण लगने हैं। इनमें से 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण हैं। जिनमें से एक-एक सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण लग चुके हैं और अब एक सूर्य ग्रहण और एक चंद्र ग्रहण लगना बाकी हैं। साल का अगला ग्रहण सूर्य ग्रहण होगा। यह दूसरा सूर्य ग्रहण कब लगेगा और भारत में इसका क्‍या असर होगा, आइए जानें इस बारे में।

साल का पहला सूर्यग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगा था और अब साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023 को लगेगा। यह सूर्य ग्रहण अश्विन मास की अमावस्‍या को लगेगा और कंकणाकृत सूर्य ग्रहण होगा। भारत में साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023, शनिवार की रात 8 बजकर 34 मिनट से प्रारंभ होगा और मध्य रात्रि 2 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा।

साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। लिहाजा इसका सूतक काल भी मान्‍य नहीं होगा। साल का दूसरा सूर्यग्रहण ब्राजील, पराग्वे, जमैका, हैती, अमेरिका, चिली, डोमिनिका, बहामास, कनाडा, अर्जेंटीना, कोलंबिया, मैक्सिको, क्यूबा, बारबाडोस, एंटीगुआ आदि में दिखाई देगा।  

 साल का दूसरा सूर्य ग्रहण कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगेगा। इसका शुभ-अशुभ असर राशियों पर पड़ेगा। लिहाजा कुछ लोगों को सूर्य ग्रहण के दौरान सतर्क रहना होगा, जैसे सूर्य ग्रहण के दौरान बाहर न निकलें और कोई जरूरी निर्णय न लें।

जब सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा सूर्य के बीचों-बीच आ जाता है, तो सूर्य ग्रहण के दौरान एक रिंग यानी छल्ले की आकृति बन जाती है। इसे वलयाकार या कंकणाकृति सूर्यग्रहण कहते हैं।