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सीमा कुमारी

नई दिल्ली: सनातन धर्म में मंगलवार के दिन हनुमान जी को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि हनुमान जी की पूजा करने से जातक को बल, बुद्धि और विद्या की प्राप्ति होती है। इसके लिए भक्तगण हर मंगलवार को विधि पूर्वक हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते हैं। इस समय जातक हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, राम स्तुति, आरती आदि करते हैं। क्या आप जानते हैं कि ‘बजरंग बाण’ भगवान हनुमान की कृपा पाने में सबसे कुशल और प्रभावशाली यंत्रों में से एक है।

इसका नियमित पाठ करने से साधक के साहस और सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती है। ज्योतिषियों के अनुसार, ‘बजरंग बाण’ पाठ करने के कई नियम हैं। इन नियमों का पालन अनिवार्य है। अनदेखी करने से हनुमान जी नाराज हो जाते हैं। अगर आप भी पूजा करते समय बजरंग बाण का पाठ करते हैं, तो ये नियम जरूर जान लें। आइए जानें ‘बजरंग बाण’ पाठ से जुड़े नियम-

ज्योतिषियों की मानें तो एक बार शुरू करने के बाद लगातार 41 दिनों तक ‘बजरंग बाण’ का पाठ करें। इसे बीच में न छोड़ें। ऐसा करने से पूजा स्वीकार्य नहीं होता है। कहते हैं कि ‘बजरंग बाण’ का पाठ मंगलवार के दिन से शुरू करना चाहिए। किसी अन्य दिन से ‘बजरंग बाण’ के पाठ की शुरुआत न करें। ‘बजरंग बाण’ के बाद ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ अनिवार्य है। इसके लिए बजरंग बाण का पाठ करने के बाद ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ जरूर करें।

भगवान हनुमान को लाल रंग अति प्रिय है। इसलिए बजरंग बाण पाठ करने के दौरान लाल रंग के वस्त्र धारण करें। अतः, लाल रंग के कपड़े पहनकर ‘बजरंग बाण’ का पाठ करने से पवनपुत्र भगवान हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं।