लोहड़ी के दिन इन बातों का रखें खास ध्यान, वरना निष्फल रह सकती है पूजा

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: ‘लोहड़ी’ (Lohri) का पावन पर्व आने में बस कुछ दिन बाकी है। लोहड़ी’ सिखों और पंजाबी हिंदुओं का मुख्य पर्व है। वैसे तो, देश के हर हिस्से में इसे बहुत ही धूमधाम एवं हर्षोल्लाष से मनाया जाता है। लेकिन पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में इसको लेकर उत्साह अधिक रहता है।

    लोहड़ी की जो अग्नि होती है वो बहुत पवित्र होती है। इसके चारों तरफ किए जाने वाले फेरे से तन के साथ मन को भी ऊर्जा मिलती है। लेकिन लोहड़ी की अग्नि जलाते समय कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। नहीं तो ये पूजा सफल नहीं होती है। ऐसे में आइए जानें उन बातों के बारे में-

    ज्योतिष -शास्त्र के अनुसार, लोहड़ी पर पश्चिम दिशा की ओर दीपक जलाकर मां पार्वती की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद लोहड़ी की अग्नि की जोड़े के साथ सात परिक्रमा अवश्य देनी चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती है।

    इस दिन तिल का दान जरूर करें। इसे प्रसाद के रूप में कन्याओं को बांटे। ऐसा करने से घर की सुख शांति बनी रहती है। आपको बता दें कि लकड़ी और उपले से बनी लोहड़ी को अर्घ्य देना होता है फिर,  उसमें रेवड़ी, मक्का के फूले, मेवे, गजक, मूंगफली, नारियल, गन्ना आदि चढ़ाया जाता है।

    लोहड़ी हर वर्ग के उत्साह का पर्व है। इसलिए, इस दिन गरीबों को दान करना कभी भी न भूलें। लोहड़ी पर काली गाय को उड़द की दाल और चावल खिलाएं। आपके परिवार के हर क्लेश शांत रहेंगे। पवित्र अग्नि में तिल से हवन जरूर करें। तिल का सेवन करने के साथ तिल का दान जरूर करें। परिवार में सुख समृद्धि के लिए अग्नि को रेवड़ियां भेंट करें। साथ ही प्रसाद रूप में कन्याओं को बांटें। पहली लोहड़ी पर नवयुगल या बच्चे को सभी लोग उपहार देकर शुभ आशीर्वाद देते हैं। इस दिन गाय को उड़द दाल और चावल खिलाना शुभ होता हैं। कहते है इससे घर में क्लेश नहीं होगा। परिवार में सुख समृद्धि बनी रहेगी ।