ग्वालियर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार (Central Government) सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों और हवाई हड्डों को बेचने के बाद किसानों की जमीन को पूँजीपतियों को सौंपने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में किसानों का हित संरक्षित करने के लिये विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। बघेल शुक्रवार को ग्वालियर में उपचुनाव का प्रचार करने आए थे, लेकिन उनकी सभाओं को प्रशासन की अनुमति नहीं मिली।
उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “केन्द्र की भाजपा सरकार ने कई सार्वजनिक कंपनियां बंद कर दीं, बेच दीं और अब रेलवे और एयरपोर्ट बेचना शुरु कर दिए हैं। इससे मन नहीं भरा तो अब काले कृषि कानूनों के माध्यम से किसानों की जमीनें पूँजीपतियों के हाथों सौंपने की तैयारी है। ऐसे कृषि क़ानूनों का विरोध होना चाहिए और कांग्रेस सड़कों पर किसानों की लड़ाई लड़ेगी।”
बघेल ने कहा कि इन कानूनों की मांग न तो किसी राजनीतिक दल ने की और न ही किसी किसान संगठन ने और इन क़ानूनों से किसान अपनी ही जमीनों पर मजदूर बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है और यह देखा जाएगा राज्य के किसानों का नुकसान नहीं हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि छत्तीसगढ़ कृषि पर नए कानून बना भी लेता है तो उस पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर होना मुश्किल काम है। मध्यप्रदेश में उपचुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि यह थोपा गया चुनाव है और जनता इसको समझ रही है।
उन्होंने कहा कि 2018 में मध्यप्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जनता ने कांग्रेस को समर्थन दिया था, लेकिन खरीद-फरोख्त करके मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनाई गयी और राजस्थान में प्रयास विफल हो गया। उन्होंने कहा, “मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कांग्रेस के 15 महीने के कामकाज का हिसाब मांग रहे हैं, लेकिन खुद 15 साल के काम का हिसाब नहीं देते।”
मुख्यमंत्री बघेल ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में कहा, “सिंधिया को कांग्रेस ने सब कुछ दिया, लेकिन लोकसभा चुनाव हारने के बाद बिना पद रहना उन्हें रास नहीं आया। उधर शिवराज सिंह चौहान बिना सत्ता के छटपटा रहे थे और सिंधिया ने गठजोड़ करके भाजपा की सरकार बनवा दी। अब सिंधिया भाजपा में कब तक रहेंगे, कहा नहीं जा सकता क्योंकि चुनाव प्रचार में पोस्टर-बैनर से उनके फोटो तक गायब हैं।” ग्वालियर में चुनाव प्रचार नहीं कर पाने के सवाल पर बघेल ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि वह प्रचार करें, क्योंकि वे डरे हुए हैं। (एजेंसी)