murder

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इंदौर: मध्यप्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) के विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) में तैनात आरक्षक और उसकी पत्नी की हत्या के आरोप में दम्पति की नाबालिग बेटी और उसके 20 वर्षीय प्रेमी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरिनारायणाचारी मिश्रा (Harinarayanchari Mishra) ने संवाददाताओं को बताया कि एसएएफ आरक्षक ज्योतिप्रसाद शर्मा (45) और उनकी पत्नी नीलम शर्मा (43) की बृहस्पतिवार तड़के एरोड्रम क्षेत्र में तब धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी गयी, जब वे गहरी नींद में थे।

उन्होंने बताया दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के आरोप में इंदौर से करीब 225 किलोमीटर दूर मंदसौर से शर्मा दम्पति की 17 वर्षीय बेटी और उसके प्रेमी धनंजय यादव उर्फ डीजे (20) को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों वारदात के बाद इंदौर से मोटरसाइकिल से फरार हुए थे और राजस्थान में पनाह लेने की फिराक में थे।

मिश्रा ने बताया, “शर्मा दम्पति यादव के साथ अपनी नाबालिग बेटी के पिछले दो साल से जारी प्रेम संबंध के सख्त खिलाफ थे। इस कारण लड़की ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उन्हें रास्ते से हटाने की साजिश रची।” उन्होंने बताया कि लड़की ने साजिश के तहत बृहस्पतिवार तड़के चार बजे के आसपास अपने घर का दरवाजा खोलकर यादव को भीतर दाखिल कराया। उन्होंने बताया कि इससे पहले वह घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे बंद कर चुकी थी।

डीआईजी ने बताया कि लड़की की मदद से उसके प्रेमी ने धारदार हथियार से कथित तौर पर हमला करके शर्मा दम्पति को जान से मार डाला और गहरी नींद में डूबे होने के कारण वे अपना बचाव नहीं कर सके। मिश्रा ने बताया, “पूछताछ में दोनों आरोपियों ने कहा कि उन्होंने दोहरे हत्याकांड को इसलिए अंजाम दिया क्योंकि उन्हें लग रहा था कि अगर वे शर्मा को रास्ते से हटाए बगैर घर से भागते हैं, तो एसएएफ में उनकी तैनाती के प्रभाव के कारण पुलिस उन्हें जल्द ही ढूंढ लेगी और उनका शादी का ख्वाब कभी पूरा नहीं हो सकेगा।”

उन्होंने कहा, “नाबालिग लड़की और उसका प्रेमी चाहते थे कि वे जिंदगी भर आजाद परिदों की तरह रहें और उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई भी न हो।” डीआईजी के मुताबिक पुलिस की अब तक की पूछताछ के दौरान नाबालिग लड़की ने अपने किए पर कोई पछतावा नहीं जताया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।(एजेंसी)