Digvijay singh
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    भोपाल. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने क्लब हाउस ऐप चैट (Clubhouse chat leak case) के कथित तौर पर लीक होने के मामले में सोमवार को मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) के साइबर प्रकोष्ठ में शिकायत दर्ज कराई। इस बातचीत में वह जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और इसका विशेष दर्जा खत्म करने के मुद्दे पर ‘‘पुनर्विचार” करने की बात कथित तौर पर कहते सुनाई दिए थे।

    शिकायत दर्ज कराने के बाद दिग्विजय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे कथन को कुछ लोगों ने तोड़-मरोड़कर ट्वीट किया और मेरे खिलाफ गलत माहौल पैदा किया। उस बात से आहत होकर मैंने आज सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अंतर्गत शासन-प्रशासन से अनुरोध किया है कि वे इसपर उस प्रकार से शीघ्र कार्रवाई करें, जिस प्रकार से उत्तर प्रदेश की एक घटना को लेकर बड़ी तत्परता से कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।”

    उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मैंने प्रार्थना की है कि जिन लोगों ने मेरे कथन को तोड़-मरोड़कर ट्वीट किया, उनके खिलाफ तो प्राथमिकी दर्ज होनी ही चाहिए, लेकिन तोड़-मरोड़कर पेश की गई चीज को जिन लोगों ने री-ट्वीट किया, उन लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज होनी चाहिए।”

    दिग्विजय ने कहा, ‘‘इस संपादित चैट के लिए मैं क्लब हाउस ऐप को भी नोटिस दे रहा हूं और ट्विटर को भी मैंने नोटिस भेजा है।” इस बारे में पूछे जाने पर राज्य साइबर प्रकोष्ठ के पुलिस अधीक्षक गुरकरण सिंह ने कहा, ‘‘हां, दिग्विजय सिंह ने आज सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मेरे पास शिकायत की है। उनकी शिकायत पर अभी मामला दर्ज नहीं किया गया है। उनकी शिकायत की हम अभी जांच करेंगे।”

    उन्होंने कहा कि दिग्विजय ने अपनी शिकायत में कहा है कि ट्विटर एवं क्लब हाउस के माध्यम से उनके बयान लीक हुए हैं। अधिकारी ने कहा कि इसकी अभी तस्दीक की जाएगी और कार्रवाई करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जानकारी मांगी जाएगी। दिग्विजय ने अपनी शिकायत में ट्विटर हैंडल लीक्स क्लबहाउस के खिलाफ भादंसं और सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। इस बीच, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से कहा कि दिग्विजय सिंह ने केवल सुर्खियों में रहने के लिए यह शिकायत की है।

    उल्लेखनीय है कि इस माह के शुरू में प्रदेश भाजपा नेताओं ने दिग्विजय के बयान को लेकर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) से जांच कराने की मांग की थी। सोशल मीडिया पर उपलब्ध बातचीत के एक हिस्से के मुताबिक, दिग्विजय सिंह ने क्लब हाउस संवाद में कथित तौर पर कहा था, ‘‘जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना और राज्य का दर्जा खत्म करना बहुत दुखद है। कांग्रेस पार्टी इस विषय पर निश्चित तौर पर पुनर्विचार करेगी।” (एजेंसी)