Wardha Corona

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 इंदौर (मध्यप्रदेश).  देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में पाबंदियों में लगातार ढील दिये जाने के बीच पिछले साढ़े तीन महीने के दौरान जिले में इस महामारी के कुल 4,998 मरीज मिले हैं, जबकि इनकी मृत्यु दर लम्बे समय से राष्ट्रीय औसत के मुकाबले ज्यादा बनी हुई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बुधवार को बताया, “हमें जिले में 24 मार्च से लेकर अब तक कुल 96,090 नमूनों की जांच में कोविड-19 के 4,998 मरीज मिले हैं।” सीएमएचओ ने यह भी बताया कि जिले में अब तक इस महामारी की चपेट में आकर 252 लोग दम तोड़ चुके हैं, जबकि 3,871 लोग इलाज के बाद इस महामारी के संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।

सरकारी आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर बुधवार सुबह लगभग पांच फीसद थी, जबकि इसका राष्ट्रीय औसत 2.78 प्रतिशत के स्तर पर था। इस बीच, जिले में कोविड-19 से बचाव के लिये प्रशासन की लागू पाबंदियों में ढील दिये जाने का क्रम जारी है और सड़कों, सार्वजनिक स्थानों एवं कार्यस्थलों में लोगों की भीड़ दिखायी दे रही है। प्रशासन की हरी झंडी के बाद जिले में पान की दुकानें बुधवार से दोबारा खुल गयीं। अधिकारियों ने इस सिलसिले में जारी आदेश के हवाले से बताया कि ये दुकानें सुबह 10 बजे से रात आठ बजे तक खोली जा सकेंगी।

हालांकि, ग्राहकों को इन दुकानों के पास खड़े होकर पान, सिगरेट आदि सामग्री के सेवन की अनुमति नहीं है। वे इन चीजों को दुकानदार से पैक कराते हुए अपने साथ ले जा सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के उपाय के तौर पर दुकानदार पान लगाने के लिये अपनी अंगुली का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे और इसके लिये धातु के किसी औजार की मदद लेंगे। पान दुकानों के बाहर पीकदान भी नहीं रखे जा सकेंगे। जिले में कोविड-19 के प्रकोप की शुरूआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी।