गोडसे की पूजा करने पर जिसे कोसती थी कांग्रेस, उसे ही कमल नाथ ने दिलाई पार्टी की सदस्यता

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    ग्वालियर: राजनीति में कोई किसी का न तो दुश्मन होता है और न नहीं दोस्त। कल तक जिसे पानी पी- पी कर गालियां दे रहे थे, उसे अब हाथ में गुलदस्ता लेकर उसका पार्टी में स्वागत कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं, हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) के नेता और महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) का मंदिर बनाकर पूजा करने वाले  बाबूलाल चौरसिया (Babulal Chaurasia) की। जो गुरुवार को कांग्रेस (Congress) पार्टी में शामिल हुए हैं और उन्हें किसी और ने नहीं पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ (State President Kamal Nath) ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है। 

    दरअसल, चौरसिया ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) में पार्षद है। पिछले नगर निगम चुनाव में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ हिन्दू महासभा की टिकट पर जीत कर पार्षद बन गए। लेकिन, अब फिर से चुनाव आने वाले है जिसके देखते हुए चौरसिया फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए। उनके पार्टी में शामिल होते ही भाजपा ने हमला बोला है। वहीं कांग्रेस के अंदर सवाल उठने लगे हैं।

    दो साल पहले गोडसे का मंदिर बना की थी पूजा

    बाबूलाल चौरसिया ने 2018 में ग्वालियर के दौलत गंज इलाके में नाथूराम गोडसे का एक मंदिर बनाने की इजाजत मांगी थी। जिसके बाद वहां गोडसे का मंदिर बनाया गया और उसकी मूर्ति स्थापित की स्थापना की गई। मूर्ति लगाने के दौरान बड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें चौरसिया ने गोडसे की मूर्ति को नहलाते और पूजा करते हुए देखे गए थे।      

    गोडसे का पुजारी अब करेगा कांग्रेस की सवारी

    भाजपा नेता और मध्यप्रदेश सरकार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishara)  ने कांग्रेस पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “गोडसे का पुजारी अब करेगा कांग्रेस की सवारी” नाथूराम गोडसे के पुजारी को पार्टी में शामिल करने से कांग्रेस का दोहरा चरित्र ही सामने आता है। उसके लिए तो गांधी के नाम पर सिर्फ तथाकथित गांधी परिवार ही अहम है, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी नहीं।

    कांग्रेस में ही उठने लगे सवाल

    चौरसिया के पार्टी में शामिल होते ही कांग्रेस में उसके खिलाफ आवाज उठने लगी है। कांग्रेस के स्थानीय नेता मानक अग्रवाल ने कहा, “जिसने गोडसे की पूजा की उसे पार्टी में शामिल किया गया है, हम इसका विरोध करते हैं। कमल नाथ जी को पूरी बात की जानकारी नहीं होगी। इसलिए यह हुआ है।”

    गोडसे की पूजा करने पर दी सफाई 

    कांग्रेस ने शामिल होते ही बाबूलाल के सुर बदल गए हैं। उन्होंने बयान देते हुए कहा, “मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं। हिन्दू महासभा ने मुझे अंधेरे में रखकर गोडसे की पूजा कराई थी। पिछले 2-3 साल से मैं इनके इस तरह के कार्यक्रम से दूरी बनाकर चल रहा था। मेरे मन में हिन्दू महासभा की विचारधारा समाहित नहीं हो सकी।”

    क्षेत्र में है दबदबा 

    चौरसिया नगर निगम के वार्ड 44 से पार्षद है। उनका अपने क्षेत्र में बहुत दबदबा है। पिछले चुनाव में वह हिंदू महासभा की टिकट चुनाव में उतरे थे। जिसमें कांग्रेस के शम्मी शर्म को बड़े मार्जिन से हराया था। उनके प्रभाव को देखते हुए उन्हें कांग्रेस में शामिल कराया गया है।