भारत में फिर दिखेगा दुनिया का सबसे तेज भागने वाला जानवर, 50 साल बाद होगी वापसी

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    भोपाल: दुनिया के सबसे तेज भागने वाला जानवर कौन-सा ऐसा सवाल किया जाए, तो एक ही नाम आता है, वह है चीता। जिसकी जल्द ही भारत वापसी होने वाली है। मिली जानकारी के अनुसार, भारत दक्षिण अफ्रीका से 10 चिते, जिनमें पांच नर और पांच मादा से लाकर मध्य प्रदेश के क्रूनों नॅशनल पार्क में रखा जाएगा। 

    बीबीसीकॉम के अनुसार, चीता को भारत लाने के प्रयास में लगे भारतीय वन्यजीव संस्थान के प्रमुख डॉ. यादवेंद्र दवे झाला ने बताया कि, दुनिया में पहली बार एक मांसाहारी जानवर को एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप में स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “इसके लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान के तीन राष्ट्रीय उद्यानों और दो वन्यजीव अभ्यारणों को चिन्हित किया गया है। 

    बतादें कि, भारत में चीता का इतिहास बेहद पुराना है। जब भारत में मुगलों का शासन था उस समय करीब 10 हजार चिता मौजूद थे, जिनमें से एक हजार केवल मुगलों के दरबार में थे। वहीं 16 वीं शताब्दी में पहली बार किसी चीता को पकड़ कर पिंजरे में रखा गया था। 

    120 किलोमीटर प्रति घंटे से दौड़ता है

    चीते की रफ्तार दुनिया में जितने भी जानवर है उनमें सबसे ज्यादा है। वह 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से भाग सकता है। वहीं खली मैदान में उसकी रफ़्तार का कोई तोड़ ही नहीं है। मौजूदा समय में दुनिया में 7000 हजार चीते ही बचे हुए हैं, जो सभी अफ़्रीकी महाद्वीप देश दक्षिण अफ्रीका, नामबिया और बोत्सवाना में पाए जाते हैं। वहीं भारत की बात की जाए तो 1968 में आखिरी बार इन्हे देखा गया था। 

    शोध में पता चला है कि, 1799 से लेकर 1968 के बीच भारत के जंगलों में 230 से ज्यादा चीता मौजूद थे। लेकिन, अंग्रेजों, मुगलों और शिकारियों द्वारा इनका शिकार करने के वजह से यह प्रजाति भारत से विलुप्त हो गई। इसी के साथ इनके विलुप्त होने में मुख्य कारण शिकार की अनुपलब्धता भी रही। 

     1970 से चल रहा प्रयास 

    चीता को फिर भारत में वापस लाने का प्रयास 1970 से ही शुरू है। 1970  में ईरान के एक शाह से इसके लिए चर्चा की गई थी, लेकिन उनका तख्ता पलट होने के बाद यह आगे नहीं बढ़ पाई।  जिस समय यह चर्चा हुई थी उस समय ईरान के पास 300 चीते मौजूद थे।