- खुलने में पुलिस को पेश आ रही है दिक्कत
- दो पुख्ता सबूतों के मिलने का दावा
चंद्रपुर. आनंदवन की सीईओ डा. शीतल आमटे-करजगी मृत्यु मामले में पुलिस ने मृतका के कमरे से जो 3 मोबाईल, एक टैब और एक लैपटॉप जब्त किया था इन सभी को मृतका ने अपने आंखों का पासवर्ड दे रखा था. उनके द्वारा ही यह खुले जा सकते थे. इस कारण से पुलिस की सायबर टीम इन सभी को यहां नहीं खोल पाने के कारण उन्हें भी मुंबई के सायबर एक्सपर्ट के पास भेजा गया है. जहां इन्हें अब तक नहीं खोला जा सका है ऐसा पुलिस का कहना है.
डा. शीतल आमटे-करजगी मृत्यु मामले में पुलिस ने दावा किया है कि उसे दो पुख्ता सबूत मिले है परंतु घटना स्थल से मिले सभी प्रमाणों की पूरी तरह से गहन जांच नहीं हो जाती है कुछ भी प्रमाणित जल्दबाजी होगी ऐसा पुलिस का कहना है. वहीं डॉ.शीतल जिन चिकित्सकों के पास अपना इलाज करवा रही थी, वे नागपुर में मौजूद नहीं होने के चलते वरोरा पुलिस की टीम नागपुर रवाना नहीं हो पायी. इधर, पुलिस ने फॉरेंसिक एवं साइबर की रिपोर्ट पाने के लिए संबंधित विभागों को स्मरण पत्र देकर तत्काल उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है.
मृतका के बारे में यह कहा जा रहा है कि वें प्रतिदिन सुबह 9 बजे आनंदवन स्थित अपने कार्यालय पहुंचती थी परंतु घटना के दिन वह अपने कमरे से बाहर ही नहीं निकली थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मृतका के दांये हाथ में इंजेक्शन लेने का निशान है, अर्थात उन्होने बांये हाथ से इंजेक्शन लिया होगा ऐसा अनुमान है, परंतु डा. शीतल लेफ्टी नहीं थी.ऐसे में उसने इंजेक्शन कैसे लिया इसकी भी पुलिस जांच कर रही है.
इस बीच डा. शीतल आमटे-करजगी और गौतम करजगी के 6 वर्षीय पुत्र शर्विल का शुक्रवार को जन्मदिन था. उसने सुबह अपने मां की समाधि पर फूल अर्पित किए और पौधा लगाया. इस समय उसके पिता, दादा-दादी और नाना-नानी समेत अन्य परिवार के सदस्य थे. बाद करजगी परिवार शर्विल को लेकर नागपुर रवाना हुआ.ऐसी जानकारी प्राप्त हुई है.