Zika virus in mosquito species in Chikballapur, Karnataka
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    पुणे. कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) में अब जीका वायरस (Zika Virus) ने भी दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के मुताबिक पुणे जिले (Pune) की पुरंदर तहसील (Purandar District) में जीका वायरस से संक्रमित एक 50 वर्षीय महिला मरीज मिली है। हालांकि महिला पूरी तरह ठीक हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, महिला और उसके परिवार के सदस्यों में जीका वायरस के कोई लक्षण नहीं है।

    स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक पुरंदर तहसील के बेलसर गांव निवासी 50 वर्षीय महिला की शुक्रवार को जांच रिपोर्ट मिली थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि जीका संक्रमण के अलावा वह चिकनगुनिया से भी पीड़ित थी।

    स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक एक सरकारी चिकित्सा दल ने शनिवार को गांव का दौरा किया और सरपंच और ग्राम पंचायत सदस्यों से मुलाकात करके उन्हें रोकथाम उपायों के बारे में निर्देश दिया।

    वहीं केरल (Kerala) में लगातार जीका वायरस के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने शनिवार को बताया कि, “राज्य में दो और लोगों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है। इसके साथ, राज्य में कुल 63 लोगों में वायरस का पता चला है। वर्तमान में 3 एक्टिव केस हैं।”

    कैसे होती है जीका वायरस बीमारी

    विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, जीका वायरस बीमारी मुख्य रूप से एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन के समय में सक्रिय होते हैं। सबसे पहले जीका वायरस साल 1947 में युगांडा के बंदरों में पाया गया था और इसके बाद साल 1952 में युगांडा और तंजानिया में इंसानों इंसानों में पाया गया था। जीका वायरस के मामले अब तक एशिया, अफ्रीका, अमेरिका पैसिफिक आइलैंड में मिले हैं।   

    जीका वायरस के लक्षण

    जीका वायरस के लक्षण डेंगू की तरह ही होते हैं। इसका पीरियड 3 से 14 दिनों का होता है और अधिकतर लोगों में कोई वास्तविक लक्षण नहीं दिखता है। कुछ लोगों में बुखार, दाने, आंख आना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, बेचैनी या सिरदर्द जैसे लक्षण दीखते हैं। जीका वायरस गुइलेन-बैरे सिंड्रोम पैदा करने के लिए भी जाना जाता है। यह नवजात बच्चों में पैदाइशी असामान्यता भी पैदा करता है। इसका उदाहरण ब्राजील है। ब्राजील में 2015 में जीका वायरस फैल गया था। जिससे 1600 से अधिक बच्चे विकृति के साथ पैदा हुए थे।