Sachin Waze appeared before the Chandiwal commission, said- 'I am just a small pawn'
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    मुंबई. महाराष्ट्र भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (ACB) ने मुंबई पुलिस से बर्खास्त किए गए अधिकारी सचिन वाजे (Sachin Vaze) के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोत से कथित तौर पर अधिक संपत्ति के मामले में खुली जांच शुरू की है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि यह खुली जांच एसीबी (ACB) के महानिदेशक के आदेश पर शुरू की गई है जब एजेंसी को सूचित किया गया कि वाजे को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।

    उन्होंने बताया, “एसीबी अधिकारी वाजे की चल एवं अचल संपत्ति की जांच करने के साथ ही उनकी संपत्ति के स्रोतों की जांच करेगी।” वाजे को 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी एसयूवी रखने के मामले में और बाद में ठाणे निवासी कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में कथित भूमिका के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने इस साल मार्च में गिरफ्तार किया था।

    अधिकारी ने बताया कि मामले में एनआईए की जांच के दौरान, वाजे द्वारा शुरू की गए एक कंपनी के बैंक खाते में डेढ़ करोड़ रुपये मिले थे। यह बात भी सामने आई कि वाजे ने पिछले कुछ दिनों में एक सहयोगी को कुल 76 लाख रुपये कथित तौर पर दिए थे। वाजे की गिरफ्तारी के बाद, एनआईए ने विशेष अदालत को बताया कि वह इस राशि का स्रोत पता लगाना चाहती है और यह जांचना चाहती है कि वह खुद के लिए वसूली कर रहे थे या दूसरों के लिए। केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि वह यह भी पता लगाना चाहती है कि वाजे के स्तर के किसी अधिकारी के पास इतना पैसा कहां से आया।

    अधिकारी ने कहा, “पूर्व में वाजे के खिलाफ रिश्वतखोरी और आय से अधिक संपत्ति रखने की दो गुमनाम शिकायतें की गईं थी।” महाराष्ट्र कैडर के 1990 बैच के अधिकारी वाजे, जिन्हें “मुठभेड़ विशेषज्ञ” के तौर पर भी जाना जाता है, को पिछले महीने सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। वाजे को इससे पहले बम धमाके के एक आरोपी की हिरासत में मौत के मामले में 16 साल के लिए निलंबित किया गया था और उन्हें जून 2020 में फिर से मुंबई पुलिस बल में बहाल किया गया था।