मुंबई. दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच हुई क्लोज डोर मीटिंग (Close Door Meeting) के बाद बीजेपी–शिवसेना (BJP-Shiv Sena) के बीच बढ़ती नजदीकियों के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (NCP President Sharad Pawar) ने कहा है कि इस मीटिंग से महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार को कोई खतरा नहीं है। उन्होंने विश्वास जताया है कि यह सरकार पूरे 5 साल चलेगी।
शरद पवार, अपनी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 22 वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। पवार ने अपनी पार्टी के नेताओं से कहा कि मोदी–उद्धव मीटिंग के बारे में ज्यादा सोचने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। उन्होंने दावा किया कि महाविकास आघाड़ी एकजुट रहेगी।
शिवसेना प्रमुख ने इंदिरा का साथ निभाया
पवार ने कहा कि इमरजेंसी के समय जब पूरा देश इंदिरा गांधी के खिलाफ था तो उस समय शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने कांग्रेस को दिया वादा निभाया था। इस वादे के मुताबिक बाल ठाकरे ने कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार खड़े नहीं किए थे। इस इतिहास को भुलाया नहीं जा सकता। पवार ने कहा कि शिवसेना एक विश्वासी पार्टी है, जो वादाखिलाफी नहीं करती है।
उद्धव को सन्देश
शरद पवार ने बाल ठाकरे के वादे का जिक्र कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सन्देश देने की कोशिश की है। उन्होंने इस माध्यम से उद्धव को याद दिलाया है कि उनके पिता किस तरह से वादों के पक्के थे। ऐसे में यदि वे भविष्य में बीजेपी से हाथ मिलाने की सोच भी रहे हैं तो उन्हें ऐसी योजना नहीं बनानी चाहिए।
5 साल बाद बना रहेगा साथ
पवार ने बीजेपी का नाम न लेते हुए कहा कि अगर कोई महाराष्ट्र में सरकार को गिराने की सोच रहा है तो उन्हें ऐसे सपने नहीं देखने चाहिए। उन्होंने कहा कि आघाड़ी सरकार के 5 साल पूरा होने के बाद भी आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में आघाड़ी में शामिल दलों का साथ बना रहेगा।