मुंबई. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Home Minister Anil Deshmukh) ने सुशांत सिंह राजपूत मामले (Sushant Singh Rajput death case) को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और महाराष्ट्र (Maharashtra) को बदनाम करने वालों से माफी की मांग की है। मुंबई (Mumbai) में एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में बोलते हुए, अनिल देशमुख ने कहा कि, महाराष्ट्र को बदनाम करने वालों को जनता माफ नहीं करेगी। इस आलोचना पर भाजपा नेता अतुल भातखलकर (BJP Atul Bhatkhalkar) ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा, “गृहमंत्री अनिल देशमुख महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi) नामक सर्कस के एक विदूषक हैं।” भातखलकर ने ट्वीट करते हुए देशमुख की निंदा की है।
गृहमंत्री @AnilDeshmukhNCP हे राज्यात सुरू असलेल्या महाविकासआघाडी नावाच्या सर्कशीतले जोकर आहेत. या आधी भाजपा सरकारवर केलेले फोन टॅपिंगचे आरोप ते सिद्ध करू शकले नाहीत,आता सुशांतप्रकरणी त्यांनी बोगस अकाउंटचा आरोप केला आहे. आरोप सिद्ध करा नाही तर जनतेची माफी मागून तोंड काळे करा… pic.twitter.com/Qv7WAkaCMU
— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) October 6, 2020
भातखलकर ने ट्वीट किया, “गृह मंत्री अनिल देशमुख महाविकासगढ़ी नाम के एक सर्कस में विदूषक हैं। इससे पहले वह भाजपा सरकार के खिलाफ फोन टैपिंग के आरोपों को साबित नहीं कर सके। अब सुशांत के मामले में उन्होंने फर्जी अकाउंट का आरोप लगाया है। इसलिए अब आरोपों को साबित करें, नहीं तो जनता से माफी मांगें।”
उन्होंने कहा कि, देशमुख ने हमेशा भाजपा पर झूठे राजनीतिक आरोप लगाए हैं। भाजपा इन झूठे आरोपों का पुरजोर विरोध करती है। अतुल भातखलकर ने कहा, भाजपा और देवेंद्र फडणवीस कोई गैर कानूनी काम नहीं करते।
अनिल देशमुख ने कहा
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले पर एम्स की रिपोर्ट के बाद महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को उन लोगों से माफी की मांग की जिन्होंने इस मामले पर राज्य को “बदनाम” किया है। देशमुख ने यहां पत्रकारों से कहा, ” महाराष्ट्र कोविड-19 से लड़ रहा था। ऐसे समय में छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश रची गई।”
किसी भी पार्टी का नाम लिए बिना मंत्री ने कहा, “… कुछ पार्टियों ने महाराष्ट्र, मुंबई पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की। उन्हें महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा, महाराष्ट्र के लोग उन्हें क्षमा नहीं करेंगे।” उन्होंने बिहार चुनाव के लिए भाजपा के प्रभारी देवेंद्र फडणवीस से पूछा कि क्या वह बिहार के पूर्व पुलिस प्रमुख और जदयू नेता गुप्तेश्वर पांडे के लिए भी प्रचार करेंगे जिन्होंने इस मामले को लेकर महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस को “बदनाम” किया था।