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    मुंबई. जहाँ अब महाराष्ट्र (Maharashtra) में उद्योगपति मुकेश अम्बानी (Mukesh Ambani) और एंटीलिया केस की (Antilia Case) जांच की तेज तपिश अब उद्धव  सरकार तक पहुंच गई है।  वहीं अब मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह (Parambir Singh) ने भी महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर वसूली टारगेट के गंभीर आरोप लगाए हैं। इन संगीन आरोपों के चलते उद्धव सरकार में गृहमंत्री अनिल देशमुख  की कुर्सी भी अब खतरे में आ गई है।  

    इन सब कर्मकांडों के चलते महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में भी भारी अंदरूनी हलचल है।  अब इन सबके बीचशिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने आज यानी रविवार की सुबह इस मुद्दे पर अपने शायराना अंदाज में ट्वीट किया है।  संजय राउत ने मशहूर गीतकार जावेद अख़्तर की एक शायरी को ट्वीट करते हुए लिखा कि, ”शुभ प्रभात, हमको तो बस तलाश नए रास्तों की है, हम हैं मुसाफिर ऐसे जो मंजिल से आए हैं। ”

    गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे संगीन आरोप:

    गौरतलब है कि बीते शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे अपने पत्र में मुंबई के पूर्व कमिश्नर ने परमबीर ने गृहमंत्री अनिल देशमुख पर कई संगीन आरोप लगाए। अपने भेजे पत्र में सिंह ने कहा, “अनिल देशमुख अपने अधिकारी को पिछले कुछ महीनों में  बार-बार और कई बार अपने सरकारी निवास ज्ञानेश्वर बुलाया और रुपयों की उगाही का निर्देश दिया।”

    परमबीर ने आने लिखा, “फ़रवरी के मध्य और उसके बाद के गृह मंत्री ने सचिन वाझे को उनके आधिकारिक निवास पर बुलाया था। उस समय, एक या दो कर्मचारी  गृह मंत्री के सदस्यों सहित उनके निजी सचिव, पालंडे भी उपस्थित थे।गृह मंत्री ने वाझे को महीने में 100 करोड़ लक्ष्य प्राप्त कर ने के लिए बताया कि, मुंबई में 1,750 बार, रेस्तरां और अन्य प्रतिष्ठान हैं, अगर एक से भी 2-3 लाख रुपये जमा किया जाता गई तो हर महीने 40-50 करोड़ रुपए जमा किया जा सकता है।”

    इतना ही नहीं परमबीर सिंह ने अपनी चिट्ठी के साथ सबूत भी दिया है। जिसमें उन्होंने अपने एक सहकर्मी एसीपी संजय पाटिल के साथ व्हाट्सअप चैट भी साझा किया है। जिसमें दोनों अधिकारीयों के बीच उगाही को लेकर हुई बातचीत शामिल है। 

    हो रही गृह मंत्री देशमुख के इस्तीफे की मांग: 

    इधर अब उद्धव सरकार, गृहमंत्री अनिल देशमुख के इस मामले में प्रमुखता से नाम सामने आने के बाद से मुश्किलों में आ गयी है।  अब समूचे विपक्ष ने उद्धव सरकार पर हल्ला बोल कर दिया है ।  वहीं पूर्व कमिश्नर परमवीर सिंह के आरोप के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने भी अब अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की है।  राज ठाकरे ने अपने ट्वीट कर लिखा कि, “परमवीर सिंह की चिट्ठी से मुंबई की छवि धूमिल हुई है।  गृह मंत्री अनिल देशमुख को तत्काल अपना इस्तीफा सौंपना चाहिए और इस मामले की गहनता से जांच की जानी चाहिए। “

    अपनी छवि बचाने में जुटी शिवसेना, क्या होगा बीजेपी और शिवसेना गठबंधन:

    जहाँ मुंबई के पूर्व कमिश्नर के आरोपों से महाविकास अघाड़ी की मुश्किलें बढ़ गई है। वहीं वह सचिन वाझे को लेकर शिवसेना पहले से ही बैकफूट पर है। इन सब के चलते शिवसेना की छवि को बड़ा नुकसान हुआ, जिसको बचाने के लिए शिवसेना जुट गई है। जिसके बाद अब फिर से भाजपा और शिवसेना गठबंधन की चर्चा भी फिर से शुरू हो गई है। 

    शुरू हुआ राजनीतिक फसाद: 

    इधर अनिल देशमुख पर लगे आरोप के बाद अब NCP भी  उनके बचाव में कूद पड़ी है। वहीं राज्य सरकार में पार्टी कोटे से मंत्रियों ने कहना शुरू कर दिया है कि, उन्हें फँसाने के लिए ये बेबुनियाद आरोप लगाये गए हैं। अब इन सबके बीच शिवसेना नेताओं ने बचाव की जगह उलटे सवाल उठाने शुरू कर दिये हैं। जिसके बाद दोनों पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। 

    देवेंद्र फडणवीस ने भी की अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग:

     बता दें कि इससे पहले बीजेपी भी उद्धव सरकार के गृह मंत्री पर निशाना साध चुकी है।  विपक्ष के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की और कहा कि उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच केंद्रीय जांच एजेंसियों से कराई जानी चाहिए।  परमवीर सिंह की चिट्ठी में देशमुख पर जो आरोप हैं।  उनके आधार पर या तो देशमुख को खुद इस्तीफा देना चाहिए या फिर CM उद्धव ठाकरे को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।  

    विदित हो कि फिलहाल महाराष्ट्र में शिवसेना, NCP और कांग्रेस मिलकर अपनी सरकार चला रहे हैं।  वहीं दिल्ली में अब NCP प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस मुक्त मोर्चा बनाने की जुगत में हैं।  लेकिन अब वहीं विवादों के केंद्र में राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख NCP के ही नेता हैं।  ऐसे में अब गठबंधन के अंदर भी भयंकर तूफान आ सकता है।  इसके साथ ही मोर्चाबंदी को लेकर अग्रसर NCP पर अब कांग्रेस भी उल्टा दबाव बनाने की कवायद कर सकती है।  फिलहाल तो महाराष्ट्र के राजनीतिक परिद्रश्य में भयंकर उठापटक होने का अंदेशा है।