Bhai Jagtap

  • नसीम को प्रचार समिति की जिम्मेदारी
  • देवड़ा गुट का पलड़ा भारी
  • बीएमसी चुनाव के लिए नई टीम

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मुंबई. कांग्रेस विधायक भाई जगताप (Congress MLA Bhai Jagthap) को एकनाथ गायकवाड़ (Eknath Gaikwad) की जगह मुंबई कांग्रेस (Mumbai congress) का नया अध्यक्ष (New president) नियुक्त किया गया है. चरणजीत सिंह सप्रा नए वर्किंग प्रेसिडेट होंगे. पूर्व मंत्री नसीम खान को प्रचार समिति की जिम्मेदारी दी गई है.

अमरजीत मन्हास को समन्वय समिति का काम सुपुर्द किया गया है. मैनिफेस्टो और पब्लिकेशन की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री सुरेश शेट्टी को दी गई है. एमआरसीसी के लिए एमपीसीसी का इंचार्ज पूर्व मंत्री चंद्रकांत हंडोरे होंगे. इस कमिटी से साफ़ हो गया है कि मुंबई कांग्रेस में पूर्व अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा का पलड़ा भारी हो गया है.

 ऐसी रिपोर्ट है कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव देवड़ा की सहमति से किए जाने के निर्देश दिए थे. राहुल की इस कवायद को देवड़ा को एक बार फिर अपनी टीम में शामिल करने की दिशा में अहम माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक राहुल की कोशिश देवड़ा को एक बार फिर मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की थी, लेकिन उन्होंने यह जिम्मेदारी लेने से मना कर दिया. ऐसे में अब मुंबई कांग्रेस पर नजर रखने के अलावा पार्टी में एकजुटता बनाए रखने की जिम्मेदारी देवड़ा के पास होगी. साल 2022 में होने वाली बीएमसी चुनाव के मद्देनजर मुंबई कांग्रेस की नई टीम को काफी अहम माना जा रहा है.

स्क्रीनिंग और स्ट्रेजी कमिटी में गणेश यादव

मुंबई यूथ कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले गणेश यादव को स्क्रीनिंग और स्ट्रेजी कमिटी में सचिव के रूप में शामिल किया गया है. इस कमिटी के चेयरमैन प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष होंगे. को – चेयरमैन मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष होंगे.       

सदस्य के रूप में प्रिया दत्त

मुंबई कांग्रेस के सदस्य के रूप में पूर्व सांसद प्रिया दत्त के अलावा विधायक अमीन पटेल, जेनेट डिसूजा व उपेंद्र दोषी के अलावा बीएमसी में नेता विपक्ष रवि राजा के अलावा सभी प्रमुख समितियों के अध्यक्ष को शामिल किया गया है.

सभी को खुश करने की कोशिश

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में भाई जगताप के अलावा नसीम खान, सुरेश शेट्टी,चरणजीत सिंह सप्रा, अमरजीत सिंह मन्हास प्रमुख रूप से शामिल थे. ऐसे में जगताप को अध्यक्ष बनाने के अलावा सभी अन्य दावेदारों को अन्य जिम्मेदारी देकर खुश करने की कोशिश की गई है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि गुटबाजी की शिकार रही मुंबई कांग्रेस की नई टीम साल 2022 में होने वाली बीएमसी चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए किस तरह की रणनीति बनाती है.