CM उद्धव को BJP नेता अतुल भातखलकर का पत्र, कहा- मदरसे भी बंद करके दिखाओ

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मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) में मंदिर मदरसों को खुलवाने को लेकर एक बार फिर राजनीति हावी है। इसी कड़ी जहाँ सामना ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को अपने एक लेख द्वारा घेरा है। वहीं अब CM उद्धव ठाकरे (Udhhav Thackrey) पर  BJP नेता अतुल भातखलकर (Atul Bhatkhalkar) ने भी राजनितिक वार किया हैं। एक पत्र द्वारा उन्होंने यह साफ़ किया है कि हिंदुत्व को साबित करने के लिए CM ठाकरे को किसी भी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है, लेकिन कम से कम मदरसों को बंद करने का साहस भी वे दिखाएं। उनका इशारा महाराष्ट्र राज्य में चलनेवाले मदरसों की तरफ था।

CM उद्धव ठाकरे को लिखा पत्र :

दरअसल अतुल भातखलकर ने एक पत्र लिखा है। जिसमे उन्होंने लिखा है कि, CM उद्धव ठाकरे जो कहते हैं कि हमें हिंदुत्व को साबित करने के लिए किसी भी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है, अगर साबित करना है तो राज्य में सभी मदरसों को भी  बंद करने का साहस दिखाना चाहिए जो कि बढ़े पैमाने पर किसी विशेष धार्मिक शिक्षा प्रदान करते हैं। जहाँ महाराष्ट्र में मदरसों के विस्तार के लिए अरबों रुपये खर्च किए जाते हैं, जिसमें केवल एक विशेष धर्म की शिक्षा दी जाती है। जबकि किसी अन्य आधुनिक शिक्षा का पठान नहीं होता है। यह इससे राज्य के करदाताओं को भी गलत सन्देश जा रहा है।

अतुल भातखलकर ने आगे लिखा कि मुख्यमंत्री को राज्य के मदरसों और मौलवियों को तत्काल वित्तीय सहायता प्रदान करने और मुस्लिम समुदाय को मुख्यधारा में लाने के लिए छात्रवृत्ति के रूप में छात्रों को प्रत्यक्ष सहायता की मांग की जा रही  है।

वहीं शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने भी कहा कि चूंकि मदरसों को भी आतंकवादी संगठनों द्वारा वित्त पोषित किया जाता है, इसलिए सभी राज्यों को मदरसों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए और मुस्लिम छात्रों के लिए स्कूली शिक्षा की सुविधा प्रदान करनी चाहिए। उनका यह भी कहना था कि CM ठाकरे को असम सरकार से सीख एवं प्रेरणा लेने की जरुरत है।

बता दें कि असम सरकार ने एक फैसले के तहत असम के सभी सरकारी मदरसों को बंद करने का फैसला किया है। वहीं इस बात पर BJP विधायक अतुल भातखलकर ने असम सरकार को बधाई दी है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से उनसे सीख लेने की बात भी की है।