मुंबई, महाराष्ट्र के सतारा जिले के महाबलेश्वर में बृहस्पतिवार को डीएफएचएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन को कोविड-19 पाबंदियों के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक
मुंबई, महाराष्ट्र के सतारा जिले के महाबलेश्वर में बृहस्पतिवार को डीएफएचएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वधावन को कोविड-19 पाबंदियों के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने वधावन परिवार के सदस्यों समेत 23 लोगों को उनके फार्महाउस में पाया।
Wadhwan (DHFL) and his family are fully responsible for cheating the individual depositors and lenders such as YES Bank in conspiracy with Rana Kapoor. They’re summoned by ED and trying to fly from India with non- compliance of the order. They should be on RADAR of police. https://t.co/vrKMFUqVZi
— Nagendra Prasad (@Nagendra3456044) April 9, 2020
स्थानीय पुलिस अधिकारियों के अनुसार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये पुणे और सतारा दोनों जिलों को सील कर दिया गया है। इसके बावजूद वधावन परिवार के सदस्यों समेत कई लोगों ने बुधवार शाम अपनी कारों से खंडाला से महाबलेश्वर की यात्रा की। कपिल और धीरज वधावन यस बैंक और डीएफएचएल धोखाधड़ी मामलों में आरोपी हैं। पुलिस ने कहा कि नगर निगम के अधिकारियों ने उन्हें दीवान फार्म हाउस में देखा। सभी 23 आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
वहीं अब इस मामले ने बड़ा रूप अख्तियार कर लिया है जिसमे अब महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख कि भी एंट्री हो गई है। श्री देशमुख ने बताया था कि इसकी जांच कि जायेगी की कैसे वधावन परिवार के 23 लोगों को खंडाला से महाबलेश्वर तक यात्रा करने की अनुमति दी गई थी। वहीं उन्होंने इस बात से भी अवगत कराया कि जांच से यह पता चला है कि महाराष्ट्र के प्रधान सचिव अमिताभ गुप्ता, जिन्होंने कथित रूप से वाधवन परिवार को अनुमति पत्र दिया था, तत्काल छुट्टी पर भेज दिया गया है। जांच के बाद उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही कि जायेगी ऐसी मंशा गृह मंत्री अनिल देशमुख ने रखी है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधान सचिव (विशेष), गृह विभाग अमिताभ गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बातचीत के बाद की गई है।
— ANI (@ANI) April 10, 2020