मुंबई. कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर राज्य में लगाए गए प्रतिबंध (Restriction) की वजह से छोटे व्यवसायियों और सामान्य नागरिकों में भारी नाराजगी है। सभी वर्ग के लोगों से विचार विमर्श के बाद नए तरह से अधिसूचना जारी करने की मांग पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने की है। उन्होंने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) को पत्र (Letter) लिखा है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि राज्य में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है एवं इसकी वजह से सख्त प्रतिबंध लगाना पड़ेगा। इस तरह की जानकारी आप ने मुझे फोन पर दी थी। दो दिन के लॉकडाउन के विषय पर हमने सहमति दी थी, लेकिन जिस तरह अन्य पांच दिन भी लॉकडाउन जैसा ही प्रतिबंध लगाया गया है उसकी वजह से लोगों में भारी नाराजगी व्याप्त है। कई स्थानों पर लोग सड़क पर उतर कर विरोध कर रहे हैं। प्रतिबंध का निर्णय लेते समय विभिन्न क्षेत्रों का कत्तई विचार नहीं किया गया। अनेक क्षेत्रों को इस लॉकडाउन का विपरीत असर देखने को मिल रहा है। जिस तरह से प्रतिबंध लगाया गया है वह एक माह का अघोषित लॉकडाउन ही है। ऐसे में रिटेलर्स, छोटे दुकानदार, छोटे हॉटेल्स- रेस्टोरेंट, सैलून आदि वर्ग के लोगों का विचार किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि परिवहन सेवा शुरु है लेकिन गैरेज व स्पेयर पार्टस की दुकानें बंद हैं।यह विरोधाभास ही है।
कोरोना काळात लावण्यात आलेल्या कठोर निर्बंधांमुळे जनमानसात असलेली अस्वस्थता आणि त्यामुळे तत्काळ पाऊले उचलून छोटे व्यवसायी, सामान्यांना दिलासा देण्याबाबत, तसेच सर्वच घटकांशी चर्चा करून पुन्हा नव्याने अधिसूचना जारी करण्याबाबत मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांना पत्र.. pic.twitter.com/1U9LuvklhW
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) April 6, 2021
सभी से चर्चा कर दोबारा निर्णय ले सरकार
फडणवीस ने कहा है कि एक बार फिर सभी छोटे-छोटे घटकों से चर्चा कर उन्हें राहत देने की आवश्यकता है।सभी को विश्वास में लेकर निर्णय लें, जिससे गरीबों का जीवन एवं अर्थ चक्र दोनों चलता रहे। उन्होंने नए सिरे से अधिसूचना जारी किए जाने की मांग मुख्यमंत्री से की है।