फडणवीस ने राउत पर साधा निशाना, कहा – ’12 विधायकों की बजाय कोरोना मरीजों की चिंता करें’

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मुंबई. शिवसेना के संजय राउत ने मुखपत्र सामना से की आलोचना को विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस ने जवाब दिया है। फडणवीस ने कहा, संजय राउत ने अब 12 विधायकों की चिंता नहीं करनी चाहिए, अब कोरोना मरीजों की चिंता करने की जरुरत है। जिन्हे इलाज नहीं मिल रहा है, ऐसे कोरोना मरीजों का क्या होगा? ऐसा सवाल राउत ने किया होता, तो मुझे ख़ुशी होती। फडणवीस रविवार को कल्याण-डोंबिवली और उल्हासनगर के कोरोना मरीजों से मिलने के बाद बोल रहे थे। 

बता दें कि, महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। रविवार को मरीजों का अकड़ा 2 लाख से भी ऊपर पंहुचा है। इसलिए विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस राज्य में कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ने की मांग कर रहे है। वहीं राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है, ऐसा भाजपा द्वारा कहा जा रहा है।     

क्या कहा था संजय राउत ने?
संजय राउत ने सामना के रोखठोक से महाविकास अघाड़ी सरकार अक्टूबर महीने तक गिराने को लेकर तैयारी शुरू होने का आरोप किया था। वर्तमान में विधान परिषद के 12 राज्यपाल नियुक्त सदस्यों के चयन को लेकर राज्य में उथल-पुथल शुरू है। इससे पहले के सदस्यों की अवधि 15 जून को ख़त्म हो गई थी। इसलिए अगर राज्य सरकार द्वारा सुझाए गए नए सदस्यों को चुना जाता, तो वे काम शुरू कर देते। हालांकि, राज्यपाल ने संकेत दिया है कि वर्तमान में इन सदस्यों की नियुक्ति करने के लिए वह अनुकूल नहीं है। 

राउत ने कहा था कि, यदि यह सही है, तो 12 सदस्यों की नियुक्ति अक्टूबर तक बढ़ाई जाएगी। और अक्टूबर महीना ही क्यों? अक्टूबर तक महाराष्ट्र की वर्तमान सरकार को गिराया जायेगा। ताकि अगली सरकार 12 प्रत्याशियों की नियुक्ति करे। लेकिन यह सिर्फ एक सपना सच होने जैसा है। सरकार को कोई खतरा नहीं है। इस राजनीति में, राज्यपाल नामक संस्था को अनावश्यक रूप से बदनाम किया जा रहा है। इसलिए, राउत ने यह भी कहा कि अगर कोई राज्यपाल के नाम पर यह राजनीति कर रहा है, तो राज्यपाल को इसे रोकना चाहिए।”