मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर मुंबई और बिहार के बीच चल रही खींचातानी फिलहाल कम होती नहीं दिख रही है। बिहार से मुंबई पहुंचे आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को 15 अगस्त तक मुंबई में क्वारेंटाइन में ही रहना पड़ेगा। इसकी जानकारी देते हुए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने नाराजगी जताई है।
गुप्तेश्वर पांडे ने ट्वीटर पर लिखा है, “पटना आईजी ने बीएमसी के चीफ़ को पत्र लिख कर आईपीएस विनय तिवारी को क्वारेंटिन करने का विरोध करते हुए उनको मुक्त करने का अनुरोध किया था जिसको ठुकरा दिया गया है। बीएमसी ने पत्र का जबाब भी पटना पुलिस को भेज दिया है। यानि हमारे एसपी विनय तिवारी अब 14 दिन तक वहीं क़ैद रहेंगे। बीएमसी का यह फ़ैसला दुर्भाग्यपूर्ण है।”
पटना IG ने BMC के चीफ़ को पत्र लिखकर IPSविनय तिवारी को कोरंटिन करने का विरोध करते हुए उनको मुक्त करने का अनुरोध किया था जिसको ठुकरा दिया गया है.BMC ने पत्र का जबाब भी पटना पुलिस को भेज दिया है.यानि हमारे SP विनय तिवारी अब 14 दिन तक वहीं क़ैद रहेंगे.BMCका यह फ़ैसला दुर्भाग्यपूर्ण! pic.twitter.com/ZHLfeZMGoo
— IPS Gupteshwar Pandey (@ips_gupteshwar) August 5, 2020
रिपोर्ट्स के अनुसार, बिहार पुलिस बीएमसी के निर्णय के खिलाफ कोर्ट जा सकती है। डीजीपी ने कहा है कि उन्हें है कि बीएमसी उनके एसपी विनय तिवारी के साथ कुछ भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमने बीएमसी से पत्राचार कर के अनुरोध किया था लेकिन बीएमसी ने हमारे अनुरोध को नहीं माना है।
हालांकि बीएमसी ने अपना पक्ष रखते हुए बयान जारी कर कहा है की, विनय तिवारी ज़रूरत पढ़ने पर अपनी टीम से डिजिटल माध्यम से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें बढ़ते कोरोना मामलों चलते क्वारेंटाइन किया गया है, इससे वो सुरक्षित रहेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को साफ़ कर दिया है कि इस मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। दरअसल बिहार सरकार ने मंगलवार मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश केंद्र को भेजी थी। जिसके बाद केंद्र ने बिहार सरकार की बात मान ली है। कोर्ट को केंद्र की ओर से पेश महाधिवक्ता तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि बिहार सरकार की सीबीआई जांच की सिफारिश स्वीकार कर ली गई है।