Sharad Pawar's taunt on PM Modi's visit to Pune, said - bringing back students from Ukraine is more important than inaugurating unfinished projects
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पुणे. महाराष्ट्र में कोरोना महामारी को रोकने के लिए पिछले 25 मार्च से लॉकडाउन घोषित किया है, जिसका सबसे बुरा असर राज्य के व्यवसायों पर पड़ा है। इस संबंध में पुणे में आयोजित एक पत्रकार परिषद में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि लॉकडाउन से सभी व्यवसाय प्रभावित हुए है। इसलिए पुणे के व्यापारी मार्केट का विकेंद्रीकरण करना चाहते है।

पवार ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से पुणे का मार्केट बंद है। कुछ दुकानों और व्यवसायों को शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने अनुमति दी है, फिर भी ग्राहकों के मन में डर हैं, इसलिए लोगों से उतनी अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल रही हैं। व्यापारी संघ के सदस्यों के साथ हुई बैठक के बाद उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के तहत व्यापारी महासंघ व्यापार करने के लिए तैयार है।

एनसीपी प्रमुख ने आगे कहा कि कोरोना संकट मानव समाज के लिए एक चिंताजनक संकट है। हम इस संकट की गंभीरता को समझते है। व्यापार महासंघ ने कहा है कि हम जो भी एहतियात चाहते हैं, वह हम लेंगे, लेकिन व्यापार के लिए सहमति दें। 

पवार ने कहा कि व्यापार और उद्योग को मौजूदा आघात से उबरने में छह महीने से एक साल तक का समय लग सकता है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से भी उनकी मदद करने की अपील की। राज्य के मुद्दों पर मुख्यमंत्री के साथ मेरी चर्चा होती रहती है। उनका काम संतोषजनक है। साथ ही राज्य में कोरोना संकट आने के बाद से मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रहे है। उन्होंने सरकार में भितरघात के मामले पर कहा कि महाविकास आघाडी में कोई आपसी मतभेद नहीं है। विपक्ष को संकट के ऐसे समय में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि चंद्रकांत पाटिल द्वारा की गई बातों पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।