मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Rajesh Tope) ने मंगलवार को कहा कि राज्य को जीसीसी बायोटेक (GCC-Biotech) लिमिटेड से 12.50 लाख ऐसी आरटी-पीसीआर कोरोना वायरस जांच किट मिलीं जो गुणवत्ता के मानदंडों पर खरी नहीं उतरती हैं।
टोपे ने अपने गृहनगर जालना में संवाददाताओं से कहा कि पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान ने पाया कि ये किट गुणवत्ता के ‘मानदंड’ पर खरी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राज्य को ये किट जीसीसी बायोटक लिमिटेड से मिली हैं। राज्य ने प्रयोगशालाओं को अगले आदेश तक इन किटों का इस्तेमाल रोकने का आदेश दिया है। मंत्री ने बताया कि जीसीसी बायोटक से आपूर्ति हुई किटों में संक्रमण दर कम आ रही थी जिसके बाद इसकी जांच के लिए एक समिति गठित की गई। इस समिति में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिक भी शामिल हैं।