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  • कोरोना : भारत -ब्रिटेन में आखिर क्या है समानता?
  • क्या अमरावती मॉडल से उद्धव सरकार ने लिया सबक ?

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मुंबई. एक तरफ जब महाराष्ट्र (Maharashtra Corona) में औसतन हर रोज़ 25 हजार मरीज सामने आ रहे थे, तब ही से महाराष्ट्र में अनलॉक (Maharashtra Unlock) मुहिम शुरू हो चुकी थी। लेकिन अब जहाँ औसतन रोज 10 हजार के करीब कोरोना के केस दिख रहे हैं तब राज्य में एक बार फिर बीते सोमवार यानी 28 जून से कोरोना प्रतिबंध कड़े कर दिए गए हैं। 

इनको लेकर जो भी नए गाइडलाइन्स थे वो अब हम फिर सिलसिलेवार आपको बताते हैं:

  • अब पूरा महाराष्ट्र राज्य लेवल-3 की कैटेगरी में।
  • लेवल-1 और लेवल-2 वाले जिले भी स्वतः लेवल 3 में आये।
  • जहां लेवल-1 और लेवल-2 के तहत छूट थी उन्हें वापस लेकर लेवल-3 के नियम लागू। 
  • अब मॉल और थिएटर खोलने पर फिर लगी रोक।
  • रेस्टारेंट 50% क्षमता के साथ सिर्फ शाम 4 बजे तक खुले रहेंगे, फिर टेकअवे और होम डिलिवरी।
  • लोकल ट्रेनों में सफर अब मेडिकल स्टाफ, अत्यावश्यक सेवाओं और महिलाओं तक ही सीमित।
  • पब्लिक प्लेस और गार्डन वॉकिंग और साइक्लिंग के लिए अब सुबह पांच से सुबह नौ बजे तक की ही परमिशन। 
  • सरकारी दफ़्तरों में सिर्फ 50% उपस्थिति की इजाजत।
  • शादी समारोह में भी अधिकतम 50 लोगों के मौज़ूद होने की छूट।
  • अंतिम संस्कार में भी अधिकतम 20 लोगों केहोने की छूट।
  • जरूरी दुकानें और प्रतिष्ठान शाम 4 बजे तक ही खुले रहेंगे।
  • गैर-जरूरी दुकानें और प्रतिष्ठान सोमवार से शुक्रवार शाम 4 बजे तक ही खुले रहेंगे।
  • जिम और सैलून शाम 4 बजे तक 50% क्षमता के साथ ही खुलेंगे।
  • फिल्मों की शूटिंग स्टूडियोज से बाहर नहीं की जा सकेगी। 
  • मुंबई लोकल आम यात्रियों के लिए बंद ही रहेगी।

महाराष्ट्र में व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन शुरू :

इधर इन सबके चलते महाराष्ट्र में अब जगह-जगह व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। कोल्हापुर, इचलकरंजी जैसी जगहों में जहाँ व्यापारी दुकान 11 बजे तक खोलने पर अड़ गए हैं और प्रशासन की सुनने को भी तैयार नहीं है। बता दें कि कोल्हापुर उन पांच जिलों में से एक  है जहां कड़क लॉकडाउन लगा है, यानी संपूर्ण बंदी। 

महाराष्ट्र लेवल-3 की कैटेगरी में क्यों :

इसका प्रधान कारण है दूसरी लहर के वक्त मिली अमरावती से सीख। बता दें कि जनवरी महीने में पूरे महाराष्ट्र में कोरोना खत्म होने का भ्रम था। लेकिन फरवरी में अमरावती और अचलपुर में कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा। लेकिन सरकार ने सिर्फ अमरावती में लॉकडाउन लगाया। बाकी सारे जिले शुरू रखे थे। परिणामस्वरुप बीते मार्च में भारत में जो दूसरी लहर आई, उसकी शुरुआत महाराष्ट्र से ही हुई।

क्या हैं तीसरी लहर के खतरे ?

इधर अब महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर का बड़ा खतरा बताया जा रहा है और कुछ जिलों में अमरावती जैसी स्थिति ही पैदा हो गई है। बीते फरवरी महीने में अकेले अमरावती जिले से ही मुंबई से अधिक कोरोना केस सामने आ रहे थे। जबकि आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से मुंबई और अमरावती का कोई बड़ा मेल ही नहीं है। अब इसी तरह का मामला कोल्हापुर और सांगली जिले का है जहाँ हर रोज़ मुंबई से ज्यादा नए केस अब सामने आ रहे हैं। एक और बात और यहाँ समझना है, वो यह कि जब अमरावती में दूसरी लहर की शुरुआत हुई, तब वहां कोरोना का म्यूटेशन हुआ था। यानी कोरोना ने अपना स्वरूप बदला था।

कोरोना के डेल्टा प्लस से क्या हो सकता है? भारत-ब्रिटेन में समानता –

गौरतलब है कि अब इस बारे में विशेषज्ञों के अलग-अलग मत हैं। लेकिन इतना ज़रूर कहा जा सकता है कि जैसा-जैसा यूरोप में और ख़ासकर ब्रिटेन में होता गया, बिलकुल वैसा-वैसा कुछ अंतराल के बाद भारत में भी होता दिख रहा है। बता दें कि बीते अप्रैल 2020 में ब्रिटेन में कोरोना की पहली लहर आयी। ठीक इससे दो महीने बाद यानी भारत में मई 2020 में पहली लहर आई।

फिर सितम्बर 2020 के बाद से भारत में कोरोना की पहली लहर थमी। इसके ठीक दो महीने बाद ब्रिटेन में कोरोना की दूसरी लहर थमी। बीते नवंबर में ही ब्रिटेन में दुनिया में पहली बार कोरोना का म्यूटेशन (रूप बदलना) होने की खबर पक्की हुई। इसके ठीक दो महीने बाद यानी फरवरी महीने में भारत में भी कोरोना का म्यूटेशन हुआ। जनवरी में ब्रिटेन में सबसे भीषण कही जाने वाली दूसरी लहर आई। इसके फिर दो महीने बाद यानी मार्च महीने में भारत में भी अब तक की सबसे घातक समझी जाने वाली दूसरी लहर का कहर हमने भी भोगा।

अब क्या होगा आगे ?

आपको बता दें कि फिलहाल ब्रिटेन में कोरोना की चौथी लहर की शुरुआत हुई है। इसके पीछे डेल्टा प्लस वेरिएंट को कारण प्रमुख है। अब इसके ठीक दो महीने बाद यानी सितम्बर के महीने में भारत में भी कोरोना की तीसरी लहर आने के दावे हो रहे हैं। इसीलिए आज के वक्त जहाँ कोरोना संक्रमण कम होने के बावजूद भी उद्धव सरकार किसी भी तरह का फिलहाल कोई रिस्क लेने को तैयार नहीं है।

क्या हैं महाराष्ट्र के हाल :

बता दें कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में बीते मंगलवार को कोरोना संक्रमण (Coronavirus Infection) के 8,085 नए मामले आए। जिसके बाद बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 60,51,633 हो गई। इसके अलावा 231 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की तादाद भी अब 1,21,804 तक पहुंच गई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग नेके आंकड़ों के मुताबिक बीते सोमवार शाम के बाद से 24 घंटों के दौरान 8,623 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई थी, जिसके साथ ही ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या 58,09,548 हो चुकी है।