In Mumbai, the mayor spoke about the IT raid at the house of Shiv Sena leader Yashwant Jadhav, said- We believe in the Constitution and the law, the truth will come out
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    मुंबई. पुणे (Pune) में यदि मिनी लॉकडाउन (Mini Lockdown)लगाने से मरीजों (Patients) की संख्या में कम होती दिखेगी तो पुणे की तर्ज पर मुंबई (Mumbai) में भी मिनी लॉकडाउन लगाए जाने का संकेत महापौर किशोरी पेडणेकर (Mayor Kishori Pednekar) ने दिया है। मुंबई में पत्रकारों से लॉकडाउन पर बातचीत में महापौर ने कहा कि मुंबई में लोगों को लॉकडाउन से बचना है तो कोरोना नियमों का पालन करना पड़ेगा। कोरोना की दूसरी लहर आ चुकी है उसे रोकना ही पड़ेगा। 

    मुख्यमंत्री अभी सभी समस्याओं की जानकारी पर विशेषज्ञों से बातचीत कर रहे हैं। पुणे सहित राज्य के दूसरे इलाकों में भी मिनी लॉकडाउन लगाया गया है। जिसमें सभी धार्मिक स्थलों को सख्ती से बंद किया गया है। होटल, पब भी बंद किए गए हैं। कुछ जगहों पर बसों की भीड़ रोकने बीएमसी ने स्वयंसेवक तैनात किया है। किसी दुकान में भीड़ हो रही है तो दुकानदार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। लोगों की मनमर्जी, बेखौफ होकर घूमना दूसरों की जान पर बन आई है। 

    …तो लॉकडाउन का निर्णय लिया जा सकता है

    लॉकडाउन पर बोलते हुए महापौर ने कहा कि लॉकडाउन किसी को भी नहीं चाहिए, लेकिन प्रतिबंध के बाद भी किसी को समझ नहीं आ रहा है, स्वास्थ्य सुविधाएं देने पर भी यही परिणाम दिखेगा तो लॉकडाउन का निर्णय लिया जा सकता है। सेवा देने के  साथ हम सब कुछ करने को तैयार हैं। फिर भी समझ में नहीं आ रहा है तो, लोगों को पता चलना चाहिए कि नियम क्या होता है। मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मृत्यदर बढ़ रही है फिर भी यह अपेक्षा करें कि हम चुपचाप बैठे रहें यह नहीं है सकता। हमारे लिए लोगों के जान की कीमत अहम है। 

     लोगों से सहयोग की अपेक्षा

    इसलिए मुख्यमंत्री संयम के साथ कदम उठा रहे हैं। उनके सामने राज्य को बचाने की चुनौती है। लोगों को तीन सूत्रीय नियमों का पालन करना है। बढ़ रही मरीजों की संख्या हमने कम करके दिखाया है आगे लोगों के सहयोग से फिर कम करेंगे।  लोगों से सहयोग की अपेक्षा है। 

    बेड की संख्या को बढ़ाया गया

    मुंबई की स्वास्थ्य सेवाओं पर बोलते हुए महापौर ने कहा कि बीएमसी के पास लॉकडाउन को लेकर कोई सूचना नहीं आई है। अस्पतालों में 3 हजार डीसीएच कोविड बेड उपलब्ध कराया है। कुछ जगहों पर बेड की संख्या 12,906 से बढ़ा कर 15,971 किया गया है। 4 हजार बेड अब भी बचे हैं। कुछ दिनों में 3 हजार डीसीएच और 400 आईसीयू बेड उपलब्ध हो जाएंगे।  पसंद का अस्पताल और बेड का मोह छोड़कर जो भी बेड उपलब्ध मिले वहां भर्ती होकर अपनी जान बचाएं।

    विपक्ष पर साधा निशाना

    महापौर ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर देख रहे हैं कि कुछ लोगों को राज्य में मरीजों की संख्या बढ़ने में बहुत रुचि दिखा रहे हैं। यही लोग इस माध्यम का उपयोग कर लोगों को उकसा रहे हैं। सभी मामलों में टांग अड़ा रहे हैं, लेकिन अभी यह समय नहीं है। खुद के साथ दूसरों की जान बचाने का समय है, इस पर ध्यान दें तो अच्छा होगा।