DELKAR

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    मुंबई. दादरा और नागर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) के सांसद मोहन डेलकर (Mohan Delkar) के आत्महत्या (Suicide) मामले में अब नयी नयी बातें भी सामने आ रहीं हैं। जिससे कई अहम् खुलासे भी हो सकते हैं। जी हाँ पुलिस सूत्रों की मानें तो सांसद डेलकर ने एक 15 पन्नों का सुसाइड नोट (Suicide Note) छोड़ा है। यही नहीं यह भी बताया जा रहा है कि यह सुसाइड नोट उनके ओफ़िशिअल नोटपैड ( Official Notepad ) में लिखा गया है।

    अब यह भी कयास लगाये जा रहे हैं कि पुलिस की छानबीन में सांसद डेलकर के  सुसाइड नोट से कई अहम् खुलासे हो सकते हैं। बता दें कि दादरा और नागर हवेली के 58 वर्षीय सांसद डेलकर का शव सोमवार को दक्षिणी मुंबई के एक होटल में छत के पंखे से लटका मिला था। इसके साथ ही गुजराती में लिखा एक सुसाइड नोट भी संबंधित स्थल से बरामद हुआ था। 

    दरअसल एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया है कि सांसद मोहन डेलकर ने अपने पीछे एक 15 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा है। यह बात भी सामने आई है कि यह नोट उन्होंने अपने आधिकारिक लेटरहेड पर लिखा था। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक छानबीन  और पूछताछ में पता चला है कि पत्र में लिखावट सांसद डेलकर की ही है। हालांकि, पुलिस ने इसके लिए लिखावट विशेषज्ञ को भी जरुरी निर्देश दिए हैं। पुलिस ने यह भी बताया कि फोरेंसिक विशेषज्ञ की एक टीम ने घटना स्थल का दौरा किया और पूरी जगह की अच्छे से तलाशी ली है।  

    गौरतलब है कि दादरा और नागर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) के सांसद मोहन डेलकर (Mohan Delkar) के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट कल आ गयी थी । इस रिपोर्ट में यह कहा गया है कि सांसद मोहन डेलकर की मौर दम घुटने से हुई थी। इस बारे में जानकारी देते हुए आज मुंबई पुलिस ने बता कि सांसद मोहन डेलकर की मौत दम घुटने (Asphyxia) से हुई है। हालाँकि डॉक्टरों ने इस बात की पुरजोर वकालत की है कि सांसद डेलकर का यह कदम बहुत सोच समझकर लिया गया है और उन्हें नहीं लगता है कि सांसद ने सोमवार को सुबह जल्दी में ऐसा कोई कदम उठाया होगा।  

    बता दें कि दादरा और नागर हवेली के 58 वर्षीय सांसद डेलकर का शव सोमवार को दक्षिणी मुंबई के एक होटल में छत के पंखे से लटका मिला था। इसके साथ ही गुजराती में लिखा एक सुसाइड नोट भी संबंधित स्थल से बरामद हुआ था। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची थी । इस बाबत सरकारी जे जे अस्पताल में उनका पोस्टमार्टम किया गया और इसके बाद शव को परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया था।

    कल उनके शव को लेने के लिए उनके परिवार के कुछ सदस्य दादरा और नागर हवेली से यहां पहुंचे थे। वहीं कोलाबा खंड के एक सहायक आयुक्त इस मामले की जांच भी फिलहाल कर रहे हैं। सांसद मोहन डेलकर दादरा और नागर हवेली से सात बार सांसद निर्वाचित हुए। वह सातवीं बार वर्ष 2019 में निर्वाचित हुए थे। डेलकर को 1989,1991 और 1996 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार और 1998 में भाजपा उम्मीदवार के रूप में सफलता भी मिली थी। वह दोबारा कांग्रेस में शामिल हो गए और 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार तो बने लेकिन उन्हें तब मंवांचित सफलता नहीं मिली।

    बता दें कि  वे र्मिक, लोक शिकायत, विधि एवं न्याय मामलों संबंधी लोकसभा की स्थायी समिति के सदस्य थे। वहीं वह गृह मंत्रालय संबंधी निम्न सदन की सलाहकार समिति के सदस्य भी थे। सांसद मोहन डेलकर के परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है।