मुंबई: सुशांत केस की सीबीआई जाँच को लेकर शुरू विवाद पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार ने बुधवार को कहा, “मैंने पिछले 50 वर्षों से महाराष्ट्र और मुंबई पुलिस को देखा है और मुझे उन पर भरोसा है.” ज्ञात हो की सुशांत सिंह के परिवार वालों ने मुंबई पुलिस पर सही से जाँच नहीं करने और आरोपियों को बचाने का आरोप लगया है. इसी के साथ पिछले दिनों सुशांत की बहन ने मामले को सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. जिसके बाद मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है.
सीबीआई द्वारा केस अपने हाथों में लिए जाने के बाद से, इसी मामले पर राजनीतिक पार्टियों की बयानबाज़ी शुरू हो गई है. शिवसेना और कांग्रेस पार्टी सीबीआई जाँच का ज़ोरदार विरोध कर रहे हैं. इसी को लेकर पूंछे गए सवाल पर पवार ने कहा, “मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता कि दूसरों ने उन पर क्या आरोप लगाए हैं. अगर किसी को लगता है कि सीबीआई या किसी अन्य एजेंसी को मामले की जांच करनी चाहिए तो मैं इसका विरोध नहीं करुंगा.”
यह इतना बड़ा मुद्दा नहीं
पवार ने आगे कहा,”यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक व्यक्ति आत्महत्या करके मर गया, लेकिन इसकी इतनी चर्चा क्यों हो रही है? मुझे नहीं लगता कि यह इतना बड़ा मुद्दा है. एक किसान ने मुझे बताया कि आत्महत्या से 20 से अधिक किसानों की मौत हो गई है, किसी ने इस बारे में बात नहीं की.”
मौत के बाद सुशांत पीएम मोदी और ट्रम्प से ज्यादा लोकप्रिय
इसके पहले एनसीपी के बड़े नेता माजिद मेनन ने सुशांत पर विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा, “सुशांत अपने जीवनकाल के दौरान उतने प्रसिद्ध नहीं थे जितने कि उनकी मृत्यु के बाद. मीडिया में वह स्थान जिस पर आजकल वह काबिज है, हमारे पीएम या अमेरिका के राष्ट्रपति से कहीं अधिक है!” उन्होंने कहा,”जब कोई अपराध जांच चरण में होता है, तो गोपनीयता को बनाए रखना पड़ता है. महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया में हर विकास को सार्वजनिक करना सच्चाई और न्याय के हित पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है.”
बढ़ते विरोध पर दी सफाई
अपने ट्वीट पर के बाद बढ़ते विरोध और आलोचना पर सफाई देते हुए मेनन ने कहा, “सुशांत के मेरे ट्वीट पर इतना शोर है. क्या इसका मतलब यह है कि सुशांत अपने जीवन काल के दौरान लोकप्रिय नहीं थे या उन्हें न्याय नहीं मिलना चाहिए था? हरगिज नहीं. गलतफहमी से बचा जाना चाहिए. ट्वीट किसी भी तरह से अपमान या उसे अपमानित नहीं करता है.”