Mumbai Rains: Red alert issued in Mumbai, heavy rain may occur for next 4 to 5 days – 15 NDRF teams deployed
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    मुंबई: मुंबई (Mumbai) और उसके आसपास के इलाकों में बुधवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून (Monsoon) ने दस्तक दी। मुंबई में मानसून के पहले ही दिन भारी बारिश (Rain) से कई जगह पानी भर गया जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ और सड़क याातायात के साथ ही लोकल ट्रेन (Local Trains) सेवाएं भी बाधित हुईं। इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) (IMD) ने मुंबई और पड़ोसी ठाणे, पालघर तथा रायगढ़ जिलों के लिए रेड अलर्ट (Red Alert) जारी कर कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। चेतावनी के मद्देनज़र कई जगहों पर एनडीआरएफ (NDRF) की टीमें भी तैनात की गई हैं। 

    भारी बारिश की चेतावनी, NDRF की टीमें तैनात 

    एनडीआरएफ ने अनुसार, मुंबई के अलावा करीब 15 टीमें तैनात कर दी गई हैं। NDRF की टीमें मुंबई, रायगढ़, ठाणे, पालघर, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिले में तैनात की गई हैं। बता दें कि, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई और पड़ोसी ठाणे, पालघर और रायगढ़ जैसे जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी कर कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। कोंकण क्षेत्र में 11 जून से 15 जून के बीच भारी से अत्यधिक भारी बारिश की भारत मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी के मद्देनजर राज्य सरकार ने बुधवार को एनडीआरएफ से पांच तटीय जिलों में टीमें भेजने का अनुरोध किया। पालघर के जिलाधिकारी माणिक गुरसाल ने एनडीआरएफ के साथ आधिकारिक संवाद में कहा कि प्राधिकरण ने रत्नागिरी जिले में एनडीआरएफ की चार टीम और अन्य जिलों में दो-दो टीम तैनात किए जाने का अनुरोध किया है। 

    छह घंटों में 164.8 मिमी बारिश दर्ज की गई  

    आईएमडी के अनुसार पश्चिमी उपनगर सांताक्रूज में सुबह 8.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक छह घंटों में 164.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि दक्षिण मुंबई के कोलाबा में इस दौरान 32.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। एक रिपोर्ट के अनुसार, आईएमडी के मुंबई कार्यालय के प्रमुख डॉ जयंत सरकार ने सुबह कहा,” आज मानसून मुंबई पहुंच गया।” आईएमडी ने कहा कि, अगले दो से तीन दिनों में महाराष्ट्र के शेष हिस्सों में मानसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। 

    मलाड में 4 मंजिला इमारत हुई जमीदोंज-11 लोगों की मौत

    मुंबई में बुधवार सुबह से ही हो रही बारिश के बीच देर रात मुंबई के मलाड में एक दर्दनाक घटना हो गई। मलाड के मालवणी इलाके में स्थित एक चार मंजिला बिल्डिंग अचानक ढह गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोग घायल हुए हैं। मौके पर राहत कार्य लगातार जारी है। मलाड के न्यू कलेक्टर कंपाउंड में बीती रात 11 बजे के करीब रिहायशी इमारतें ढह गई। एडिशनल सीपी दिलीप सावंत ने पुरे मामले पर कहा कि कल रात से 18 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। 11 लोगों की मौत हुई है और 7 लोग घायल हैं। पुलिस घटना की पूरी जांच करेगी और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

    मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रशासन को निर्देश दिए- ‘निवासियों को असुविधा न हो’

    महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि बारिश के कारण जमा हुए पानी को जल्द से जल्द निकाला जाए और परिवहन व्यवस्था फिर से बहाल की जाए। मुख्यमंत्री ठाकरे ने मुंबई के नियंत्रण कक्षों के अलावा ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग और पालघर के जिलाधिकारियों से बातचीत की। लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा कि मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों में मध्यम से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। सीएमओ ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि तटीय क्षेत्र के निवासियों को असुविधा न हो और जहां जरूरी हों, राहत कार्य शुरू किए जाएं। 

    पहली बारिश में ही खुली बीएमसी की पोल, मुंबई हुई पानी-पानी  

    भारी बारिश के कारण मुंबई में विभिन्न स्थानों पर पानी भर जाने को लेकर महाराष्ट्र के भाजपा नेता आशीष शेलार ने बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) पर निशाना साधा और कहा कि मानसून से पहले सफाई का काम पूरा कर लिए जाने के दावे की पोल खुल गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले पांच साल में मुंबई के नाले, सीवर और खुली नालियों की सफाई में व्यापक स्तर पर अनियमितता बरती गई। शेलार ने कहा कि शिवसेना शासित बीएमसी के इस दावे की पोल खुल गई है कि मानसून से पहले नालों, सीवर और खुली नालियों की सफाई का सौ प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया था, क्योंकि शहर में भारी बारिश के बाद कई जगहों पर जलभराव हो गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रतिवर्ष नगर में नालों, सीवर और खुली नालियों की सफाई के लिए 150 करोड़ रुपये आवंटित किए जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदारों, सत्ताधारी दल और अधिकारियों की मिलीभगत से पिछले पांच साल में एक हजार करोड़ रूपये की लूट हुई है।