– NDRF की 21 टीमों ने संभाला मोर्चा
– कई जगह उड़ी मकानों की छत, पेड़ हुए धाराशायी
मुंबई. कोरोना महामारी की मार झेल रही मुंबई में बुधवार को चक्रवाती तूफान निसर्ग ने भी जम कर तबाही मचाई. यह तूफान महाराष्ट्र के तटीय इलाके अलीबाग से टकराया है. इस दौरान करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चली. इस दौरान अलीगढ़ समेत मुंबई के कई इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई. तेज हवाओं के चलते मरीन लाइन्स समेत कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए.
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को 100 सालों बाद इस तरह के तूफान का सामना करना पड़ा. तूफ़ान की तबाही से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 21 टीमों को तैनात किया गया था. इस तूफ़ान का मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी में ज्यादा असर देखा गया. कई जगहों पर तेज हवाओं के चलते मकानों के छत हवा में उड़ गए.
ब्रेबोन स्टेडियम इलाके में भी कई वाहनों पर पेड़ गिरे
निसर्ग तूफान की वजह से मुंबई स्थित विधान भवन परिसर के अंदर भी 4 पेड़ उखड़ गए. इसके अलावा ब्रेबोन स्टेडियम इलाके में भी कई वाहनों पर पेड़ गिर गए, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए . मरीन लाइंस इलाके में भी एक विशाल पेड़ सड़क के बीच में गिर गया. जिससे काफी समय तक उस रास्ते पर आवाजाही बंद रही. कालाचौकी इलाके में एक पेड़ टैक्सी पर गिर गया, जिससे वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर ट्रैफिक रोका गया
मुंबई में निसर्ग तूफान के खतरे को देखते हुए बांद्रा-वर्ली सी लिंक पर ट्रैफिक की आवाजाही रोक दी गई थी. इंट्री और एग्जिट दोनों पॉइंट पर पुलिसर्मियों ने बेरिकेटिंग कर दी थी, ताकि किसी भी वाहन के प्रवेश से रोका जा सके. तूफान की वजह से मुंबई के समुन्द्र में भी काफी तेज उंची लहरें उठीं.