मुंबई: मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर ‘एंटीलिया’ के पास मिली कार के मालिक मनसुख हिरेन (Mansukh Hiren) की हत्या को लेकर राजनीति गर्माती जा रही है। इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) राज्य सरकार पर हमलावर है। इसी को लेकर मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadanvis) ने सरकार और राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने सबूत मिटाने वाले पुलिस अधिकारी सचिन वाझे (Sachin Wajhe) को गिरफ्तार करने की मांग की है। इस दौरान भाजपा विधायकों ने ‘खूनी है खूनी है ये सरकार खुनी है’ के नारे भी लगाए।
गृहमंत्री आरोपी को बचा रहे हैं
नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा में बोलते हुए गृहमंत्री अनिल देशमुख पर सचिन वाझे को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा, “सरकार को प्रफुल्ल पटेल की पार्टी दिखाई दी लेकिन, सचिन वाघे की नहीं दिखाई दी। सरक़ार को सबसे पहले उन्हें सस्पेंड करना चाहिए, आहार सरकार ऐसा नहीं कर रही है मतलब सरकार उन्हें साबुत मिटाने का समय देरही है। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि वह एक पार्टी के नेता है। इसका मतलब सरकार और गृहमंत्री उन्हें बचा रहे हैं। अगर ऐसा नहीं है तो तुरंत वझे को सस्पेंड कर गिरफ्तार करो।”
फडणवीस ने सवाल पूछते हुए कहा, “गृहमंत्री सचिन वाझे को क्यों बचा रहे हैं। इस मामले में कौन-कौन फंसने वाला है। गृहमंत्री जिस तरह व्यवहार कर रहे हैं वह हमें स्वीकार नहीं है हम इसे सहन नहीं करेंगे। अगर ऐसा नहीं है तो तुरंत वझे को सस्पेंड कर गिरफ्तार करो।” इसी दौरान भाजपा विधायकों ने सरकार के खिलाफ ‘खूनी है खूनी है ये सरकार खुनी है’ के जोरदार नारे लगाना शुरू कर दिया।
#WATCH | In Maharashtra Assembly, BJP MLAs raise slogan — “Ye sarkar khooni hai” as they demand the suspension and arrest of police officer Sachin Vaze in Mansukh Hiren death case. pic.twitter.com/JvXdO6phTG
— ANI (@ANI) March 9, 2021
दरअसल, 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी एक स्कॉर्पियो मिली थी। स्कॉर्पियो में 20 जिलेटिन की छड़े और एक धमकी भरा पत्र मिला था। जांच में पता चल की यह कार मनसुख हिरेन नामक व्यवसायी की है। लेकिन दूसरे ही दिन उनकी लाश ठाणे के क्रीक स्थित एक नाले में मिली। उसके मुँह में पुलिस को ठुसे पांच रुमाल भी मिले थे। वहीं मुंबई पुलिस ने बताया था कि, मिली कार चोरी की है। 18-19 फ़रवरी को एरोली-मुलुंद ब्रिज से चोरी हुई थी।