मुंबई. मुंबई (Mumbai) में रातभर हुई भारी बारिश (Heavy Rain) के कारण विभिन्न घटनाओं में 25 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही आर्थिक राजधानी में मूसलाधार बारिश (Rain) के कारण जलभराव (Water logging) हुआ और यातायात (Traffic Jam) भी प्रभावित रहा। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
पश्चिम रेलवे और मध्य रेलवे ने भारी बारिश के चलते मुंबई में उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया तथा लंबी दूरी की कई ट्रेनों का या तो मार्ग परिवर्तित कर दिया गया या उनका अन्य स्टेशनों से परिचालन हो रहा है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक पर्वतीय क्षेत्र में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक परिसर की दीवार ढहने से उसके नीचे दबकर 17 लोगों की मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि मुंबई में माहुल इलाके के वाशी नाका में देर रात करीब एक बजे एक पेड़ के गिर जाने से उससे सटे एक मकान की दीवार ढह गई। घटना में सात लोग घायल हो गए, जिन्हें पास के राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण मुंबई के विक्रोली उपनगर में देर रात करीब ढाई बजे भूस्खलन के चलते छह कच्चे मकानों के ढह जाने से सात लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। घायलों को निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, उपनगर भांडुप में वन विभाग परिसर की दीवार ढह जाने से 16 वर्षीय एक लड़के की मौत हो गई।
एक मौसम विज्ञानी ने बताया कि मुंबई में तीन घंटे में 250 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई जो रविवार सुबह 305 मिलीमीटर तक पहुंच गई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश की पृष्ठभूमि में मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। आईएमडी ने बताया कि डॉपलर राडार से प्राप्त चित्रों में दिखाई दे रहा है कि तूफान 18 किलोमीटर (करीब 60,000 फुट) की ऊंचाई पर है।
मौसम विज्ञानी अक्षय देवरा ने ट्वीट किया, “दूसरे शब्दों में कहा जाए तो इस तूफान की ऊंचाई माउंट एवरेस्ट से करीब दोगुनी है।” उन्होंने कहा, “इस प्रकार के तूफान यकीनन मुंबई के लिए या पश्चिमी तट के लिए सामान्य बात नहीं हैं, वह भी तब जब मॉनसून सक्रिय है और जुलाई जैसा माह है।”
बीएमसी ने लोगों से पानी उबालकर पीने का अनुरोध किया है। इस बीच, रात भर हुई भारी बारिश के कारण विहार झील में पानी भर गया और रविवार सुबह झील का पानी बाहर बहने लगा। बीएमसी के एक वक्तव्य के मुताबिक विहार झील की भंडारण क्षमता 2,76,980 लाख लीटर है। यह झील मुंबई के जलाशयों में सबसे छोटी है और जल आपूर्ति तंत्र का हिस्सा है।
Saddened by the loss of lives due to wall collapses in Chembur and Vikhroli in Mumbai. In this hour of grief, my thoughts are with the bereaved families. Praying that those who are injured have a speedy recovery: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 18, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारी बारिश के कारण मुंबई में दीवार गिरने की घटनाओं में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा भी की।
Rs. 2 lakh each from PMNRF would be given to the next of kin of those who lost their lives due to wall collapses in Mumbai. Rs. 50,000 would be given to those injured.
— PMO India (@PMOIndia) July 18, 2021
मोदी ने कहा, “मुंबई में चेम्बूर और विक्रोली में दीवार ढहने के कारण लोगों की मौत होने से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
मुंबई के चेंबूर और विक्रोली में भारी वर्षा के कारण हुए हादसों में कई लोगों के हताहत होने की खबर से अत्यंत दुःख हुआ। शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं तथा राहत व बचाव कार्य में पूर्ण सफलता की कामना करता हूँ।
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 18, 2021
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी मुंबई में वर्षा जनित हादसों में लोगों के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मारे गए लोगों के परिजन को पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि रात भर हुई भारी बारिश के कारण पटरियों में जलभराव के कारण आर्थिक राजधानी में मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे की उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया गया।
बीएमसी के अधिकारी ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश की पृष्ठभूमि में मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। ‘ग्रीन’ अलर्ट का अर्थ है कि ‘कोई चेतावनी नहीं’ यानी अधिकारियों को कोई कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है और यह हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान होता है। ‘रेड’ अलर्ट ‘‘चेतावनी” का संकेत है जो अधिकारियों को ‘‘कार्रवाई करने” के लिए कहता है। ‘ऑरेंज’ अलर्ट बताता है कि अधिकारियों को ‘‘तैयार रहना” चाहिए।