पुणे. घोटालों के आरोपों में घिरे पुणे (Pune) के शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक (Shivajirao Bhosale Sahkari Bank)का लाइसेंस (License) आखिरकार रद्द (Canceled) कर दिया गया है। बैंक लिक्विडेशन में निकालने का आदेश भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने दिया है। इस घोटाले में गिरफ्तार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक अनिल भोसले (MLA Anil Bhosle) अभी जेल (Jail) में हैं। उनकी संपत्ति भी जब्त कर ली गई है। शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक में 400 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है।
बैंक का लाइसेंस रद्द करने से जमाकर्ताओं को बैंक बीमा निगम के माध्यम से कम से कम 5 लाख रुपये प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक ने वर्ष 2018-19 के लिए शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक के ऑडिट का आदेश दिया था। बैंक के ऑडिट में 71 करोड़ 78 लाख रुपये की कमी का पता चला। शिवाजीनगर पुलिस थाने में विधायक अनिल भोसले, शैलेश भोसले, तानाजी पड़वाल, विष्णु जगताप और हनुमान सोराटे समेत कुल 11 निदेशक व अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
मुख्य आरोपी अनिल भोसले को भी गिरफ्तार कर लिया गया
इस मामले के मुख्य आरोपी विधायक अनिल भोसले को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इतना ही नहीं, उनकी 3 लग्जरी कारें भी जब्त की गईं। भोसले समेत 11 लोगों ने बैंक के रिकॉर्ड में फर्जी एंट्री की थी। बैंक की कुल 14 शाखाएं और 95,000 खाताधारक हैं। बैंक अब तक 12 करोड़ रुपये का कर्ज वसूल कर चुका है। अब आरबीआई ने शिवाजीराव भोसले सहकारी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया है।