पुणे/मुंबई: कोल्हापुर जिले के एक गांव में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने पोहचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि बाढ़ से होने वाली मुश्किलों का हल पुनर्वास है और राज्य सरकार इस पर हरसंभव मदद करेगी।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने बाढ़ प्रभावित लोगों से अपने पुनर्वास के बारे में मिल-बैठकर फैसला करने की अपील की। साथ ही ऐसे गांवों से इस संबंध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करने का आग्रह किया। कोल्हापुर जिले में मूसलाधार वर्षा और बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंचे ठाकरे ने कहा कि, उनकी सरकार राज्य में बाढ़ संभावित गांवों की समस्याओं का स्थायी हल ढूढने की इच्छुक है।
शिरोली तहसील के एक गांव में अस्थायी शिविरों में रह रहे बाढ़ प्रभावितों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि पूरा गांव पुनर्वास के लिए तैयार है तो राज्य सरकार उन्हें इस प्रक्रिया में जरूरी सभी मदद देगी।
उन्होंने ग्रामीणों से कहा, “पुनर्वास ही बाढ़ से उत्पन्न होने वाली परेशानियों का एकमात्र हल है। आप (बाढ़ प्रभावित गांवों के) सभी लोग मिल-बैठकर (पुनर्वास के बारे में) फैसला कीजिए और हम मदद करेंगे।”
नरसिंहवाडी में ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री ठाकरे से कहा कि, 2019 की बाढ़, पिछले सप्ताह की बाढ़ और कोविड महामारी ने उनकी जिंदगी तबाह कर दी है और उन्हें अपनी जिंदगी पटरी पर लाने के लिए सहायता चाहिए।