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मुंबई. शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही। विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने के बीच बैंक, वाहन और आईटी शेयरों में तेजी के साथ बीएसई सेंसेक्स 258 अंक चढ़ गया। कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती और रिजर्व बैंक के गवर्नर के सकारात्मक बयान से निवेशकों की धारणा मजबूत हुई।

रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिये बैंक हर संभव कदम उठाने को तैयार है। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 258.50 अंक यानी 0.66 प्रतिशत बढ़कर 39,302.85 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 82.75 अंक यानी 0.72 प्रतिशत मजबूत होकर 11,604.55 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में महिंद्रा एंड महिंद्रा रही। इसमें 4.24 प्रतिशत की तेजी आयी। लाभ में रहने वाले अन्य प्रमुख शेयरों में बजाज ऑटो, सन फार्मा, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस, एल एंड टी और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं। दूसरी तरफ इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, एसबीआई, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल और ओएनजीसी जैसी कंपनियों में गिरावट दर्ज की गयी। इनमें 1.80 प्रतिशत तक की गिरावट आयी।

कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रक नीति की घोषणा से पहले वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बावजूद घरेलू बाजार में शेयर केंद्रित लिवाली और विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से तेजी रही। शेयर बाजार में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 1,170.89 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे।

कारोबारियों ने कहा कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास के बयान से भी बाजार को समर्थन मिला। उन्होंने बुधवार को कहा कि नकदी बनाये रखने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये जो भी कदम उठाने की जरूरत होगी, रिजर्व बैंक उसके लिये पूरी तरह तैयार है।

दास ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़े से अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 के व्यापक स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव का पता चलता है। लेकिन पीएमआई (पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स) जैसे कुछ आंकड़े आर्थिक गतिविधियों के स्थिर होने का संकेत देते हैं। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “प्रमुख सूचकांक लाभ के साथ बंद हुए। अधिकतर खंडवार सूचकांक लाभ में रहे। हालाकि, सीमा पर तनाव बने रहने और कोविड-19 संक्रमण में लगातार बढ़ोतरी से लाभ सीमित रहा।”

उन्होंने कहा, “वैश्विक रुख भी सकारात्मक रहे। प्रतिभागियों को यूएस एफओएमसी (फेडरल ओपन मार्केट कमेटी) की बैठक के नतीगत वक्तव्य की प्रतीक्षा है। बांड खरीद बढ़ाने के संकेत से बाजार को गति मिलेगी। बाजार के कल (बृहस्पतिवार) वैश्विक रुख के अनुरूप रहने की संभावना है।

घरेलू स्तर पर कोई ठोस संकेत के अभाव में तेजी सीमित रह सकती है।” वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई, हांगकांग और दक्षिण कोरिया का सोल नुकसान में रहे जबकि जापान में टोक्यो बाजार में तेजी रही। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में बढ़त दर्ज की गयी। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 2 प्रतिशत मजबूत होकर 41.34 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे मजबूत होकर 73.52 पर बंद हुआ।  (एजेंसी)